खण्ड विकास अधिकारी बैजनाथ के सभागार में आयोजित कार्यशाला में मुख्य संसदीय सचिव पशुपालन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज , किशोरी लाल ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। सीपीएस ने कहा कि वर्तमान समय में प्राकृतिक खेती के साथ-साथ उन्नत कृषि ही किसानों की आर्थिकी को बेहतर तथा सुदृढ़ बनाने का उचित माध्यम है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं किसान हूँ और स्वयं खेतीबाड़ी करता हूँ साथ ही दुधारू पशु भी पाल रखे है। उन्होंने किसानों से खेतीबाड़ी के साथ पशु पालने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि कृषि तथा पशुपालन एक दूसरे की पूरक गतिविधियां हैं और बिना पशुधन के प्राकृतिक खेती की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के अंतर्गत कृषि उपकरण ख़रीद के लिये अनुदान उपलब्ध करवा रही है। इस योजना में गाय तथा भैंस की खरीद के लिए अनुदान पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भैंस तथा गाय के दूध खरीद मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि कर इसे क्रमश 55 और 45 रुपए प्रति किलो किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार 200 रेफ्रिजरेटर मिल्क वैन खरीदने जा रही है ताकि किसानों से उनके घरद्वार के नजदीक दूध एकत्रित किया जा सके। उन्होंने बताया कि इसके लिए बजट का प्रावधान भी किया गया है। इन वाहनों के माध्यम से किसानों व एकत्रीकरण केंद्रों से दूध प्रसंस्करण संयंत्रों तक दूध ले जाया जा सकेगा। इससे पहले,आत्मा प्रोजेक्ट के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ राज कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती के फायदे बताए और प्राकृतिक खेती से जुड़ने तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से फायदा उठाने का आह्वान किया । इस अवसर पर सीपीएस किशोरी लाल ने 200 से अधिक किसानों को फलदार पौधे भी वितरित किये।
इस मौके पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्र जम्वाल, महिला अध्यक्षा जमुना गोयल , यूथ कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र राव, मीडिया प्रभारी अमित शर्मा, मीडिया कॉर्डिनेटर अजय गौड़ , उप परियोजना निदेशक डॉक्टर सुशील , डॉक्टर विशाखा , रेणु शर्मा , विजय शर्मा , रोहित सगराय , उद्यान विभाग से संजीव कुमार , राजेश जी ,सचिन शर्मा , टेक चन्द कटोच, मिलाप भट्ट, नागेंद्र कटोच , वर्षा चौधरी ,सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी तथा स्थानीय पंचायतों के किसान उपस्थित रहे।