हिम न्यूज़ शिमला – हिमाचल प्रदेश सरकार प्रत्येक प्रदेशवासी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कृत संकल्पित है | प्रदेश में संचालित विभिन्न कल्याणकारी स्वास्थ्य योजनाओं व कार्यक्रमों से प्रत्येक जन लाभान्वित हो रहा है | अधिकांश स्वास्थ्य कार्यक्रमों को जनउपयोगी बनाने व इनके सफल संचालन में प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर कई मर्तबा अव्वल रहा है |
विगत दो वर्षों में चले कोरोना काल से लेकर स्वास्थ्य विभाग से न केवल महामारी पर कड़ा नियंत्रण रखने की अपेक्षा की गई थी, अपितु निर्बाध रूप से परिकल्पित सेवाएं प्रदान करना, सार्वभौमिक स्वास्थ्य, निवारक और उपचारात्मक देखभाल प्रदान करना भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, परन्तु प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की सुदृढ़ योजना और समय पर कार्यान्वयन ने कोविड महामारी के संक्रमण पर एक अंकुश सुनिश्चित किया और सक्रिय प्रबंधन ने राज्य में सभी स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की पहुंच और निरंतरता सुनिश्चित की |
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2022 में जनवरी से अब तक स्क्रब टाइफस के 582 मामले सामने आये हैं । जोकि पिछले साल के मुकाबले कम हैं | स्क्रब टाइफस अन्य संभावित रोगों जैसे कि हेपेटाइटिस, मौसमी फ्लू और डेंगू के साथ संकलन के बाद, स्वास्थ्य विभाग की अधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड की जाती है। राज्य में स्क्रब टाइफस की रोकथाम और नियंत्रण के लिए स्क्रब टाइफस के प्रबंधन और मृत्यु लेखा परीक्षा प्रारूप के लिए दिशानिर्देश सभी स्वास्थ्य संस्थानों को पहले ही प्रसारित किए जा चुके हैं ।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में स्क्रब टाइफस के सभी रोगियों के लिए परीक्षण और दवाएं निःशुल्क प्रदान की जाती हैं। आम जनता में निवारक उपायों/स्वच्छता के तरीकों आदि के बारे में जागरूकता बढ़ाने के निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने जनमानस से आग्रह किया है कि तेज़ बुखार, सिर व् जोड़ों में दर्द व् कम्पकंपी के साथ बुखार, शरीर में ऐंठन, गर्दन,बाजुओं के निचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियाँ आदि लक्षण होने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाँच करवाएं |
कृषि से सम्बंधित कार्य करने वाले लोगों को स्क्रब टाईफस का ज्यादा जोखिम रहता है अतः खेतों में काम करते समय पूरे शरीर को ढक कर रखें, शरीर की सफाई का ध्यान रखें, घर के आसपास के वातावरण को साफ़ रखें, घर के चारों ओर घास, खरपतवार नहीं उगने दें |