हिम न्यूज़,शिमला-ऊना जिला प्रशासन के साथ टीबी उन्मूलन पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इस अभियान में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि निःक्षय मित्र की प्रेरणा सभी को मिलनी चाहिए, तभी लोग स्वेच्छा से आगे आएंगे।
राज्यपाल ने कहा कि आज पूरी दुनिया में टी.बी. उन्मूलन की दिशा में गंभीरता से काम हो रहा है। अभियान को सफल बनाने के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री स्वयं लोगों को इस बारे में प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज अधिकांश लोग टीबी उन्मूलन के प्रति जागरूक हैं लेकिन उनका सक्रिय योगदान लेने की आवश्यकता है। इसके लिए विभाग के कर्मियों को क्षेत्र में निकलने की जरूरत है। उन्होंने आश्वस्त किया कि निःक्षय मित्र बनने में राजभवन भी हरसंभव मदद देगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टी.बी. रोगियों को दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए और समय-समय पर रोगियों से बात कर उनकी प्रतिक्रिया भी लेते रहें।
राज्यपाल ने इस अवसर पर रेडक्रॉस की वार्षिक रिपोर्ट जारी की तथा रेडक्रॉस के रैफरल ड्रॉ के 5 विजेताओं को 1.12 लाख रुपये हजार रुपये का चेक भेंट किया। उन्होंने निःक्षय मित्र और टी.बी. चौंपियन को पुरस्कृत भी किया। उन्होंने टी.बी. चौंपियन और निःक्षय मित्र से संवाद भी किया। राज्यपाल ने टी.बी. रोगियों को हाईजीन किट और न्यूट्रिशन किट भी वितरित किए।इससे पूर्व, उपायुक्त ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा जिला स्तर पर टी.बी. उन्मूलन की दिशा में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंजु बहल ने टी.बी. उन्मूलन में विभागीय गतिविधियों से राज्यपाल को अवगत करवाया। डब्ल्यू.एच.ओ. परामर्शी डॉ. आत्मिका नायर ने टी.बी. कार्यक्रम के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। रोहित जाफा के दिवांश और गोल्डी द्वारा डिजीटल हैंड एक्स-रे मशीन की प्रस्तुति भी दी गई।
पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।