राज्यपाल ने सांगला में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ किया

हिम न्यूज़, किन्नौर- राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर किन्नौर जिले के सांगला से प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सभी के साझा प्रयासों से वर्ष 2023 तक प्रदेश से टीबी का उन्मूलन करने की दिशा में हम आगे बढें़ ताकि  हिमाचल प्रदेश टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त कर देश का पहला टीबी मुक्त राज्य बन सके। उन्होंने कहा कि इस अभियान को शुरू करने के लिए जनजातीय जिले किन्नौर को चुना गया है।

राज्यपाल ने कहा कि कोरोना काल के कारण टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने में कुछ कठिनाइयां आई हैं, लेकिन सबके साझा प्रयासों से हम इस लक्ष्य की प्राप्ति करेंगे। उन्होंने कहा कि टीबी की जांच में सहयोग करना पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है और अभियान को गति प्रदान कर टीबी मरीजों की सहायता की जा सकती है। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि कॉर्पोरेट क्षेत्र और बड़े व्यवसायी इस दिशा में योगदान देने के लिए आगे आए हैं और टीबी रोगियों केे उपचार की जिम्मेवारी ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य रेडक्रॉस भी इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।

उन्होंने सभी से टीबी पीड़ित एक व्यक्ति को गोद लेकर उसे हर संभव सहायता प्रदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वर्तमान आंकड़ों के अनुसार भारत में टीबी के 12.30 लाख मामले हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में वर्ष 2021 में प्रति लाख जनसंख्या पर 191 मामले थे। राज्य में वर्ष 2021 में टीबी के कुल 14492 मामले थे, जिनमें से 2.6 प्रतिशत जनजातीय क्षेत्रों में, 74 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में और 23.4 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में थे।

राज्यपाल ने कहा कि किन्नौर जिले में टीबी उन्मूलन की दिशा में जेएसडब्ल्यू हाईड्रो एनर्जी लिमिटेड सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने कम्पनी द्वारा 10 टीबी मरीजों को गोद लेने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने पूरे जिले को गोद लेने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे टीबी उन्मूलन की दिशा में सहायता मिलेगी।

राज्यपाल ने लाभार्थियों को जेएसडब्ल्यू एनर्जी बासपा प्लांट द्वारा प्रदान की गई पोषण किट भी वितरित की। उन्होंने इस अवसर पर जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य किट भी वितरित किए गए।

इस अवसर पर किन्नौर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रोशन लाल ने राज्यपाल को हिमाचली टोपी और खतक भेंट कर सम्मानित किया।