हिम न्यूज़ ऊना। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश के 58वें स्थापना दिवस पर सोमवार को ज़िला ऊना अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रतिनिधियों ने ज़िला मुख्यालय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसकी अध्यक्षता महासंघ के प्रधान रजनीश शर्मा ने की। कार्यक्रम में शहीद कर्मचारियों की को याद कर उनके योगदान को नमन किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए रजनीश शर्मा ने प्रशासनिक ट्रिव्यूनल की बहाली पर प्रदेश सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों के लिए ओपीएस जैसी स्कीम को पुनः वहाल कर कर्मचारी हितैषी होने के कई सकारात्मक निर्णय लिये हैं। लेकिन बावजूद इसके कर्मचारियों की वर्षों से चली आ रही कई मांगों पर सरकार की से ध्यान नहीं दिया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले दो दशकों से कर्मचारियों के भत्तों में कोई वृद्धि नहीं की गई है। ज़िला मुख्यालय पर तैनात कर्मचारियों को 300 से 1000 रूपये की दर से आवासीय भत्ता मिल रहा है, जो वर्तमान की महंगाई दर की अपेक्षा किसी भी सूरत में तर्कसंगत नहीं है। इसी तरह दैनिक यात्रा भत्ता दर भी तार्किक नहीं है। उन्होंने कर्मचारियों की ओर से राज्य सरकार से यह मांग की है कि कर्मचारियों को मिलने वाले अन्य भत्तों जैसे आवास, यात्रा, सीए, सीसीए, स्पैशल पे आदि रिवाइज़ किये जाएं और वर्तमान परिपेक्ष्य के अनुरूप इनमें वृद्धि की जाए। इसके अलावा पे-एरियर की भी अभी तक केवल एक ही किश्त जारी की गई है, जबकि डीए की भी किश्त एक वर्ष से ऊपर का समय हो गया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कर्मचारीवर्ग इससे बहुत निराश है तथा इन्हें शीघ्र जारी किया जाए।
कर्मचारी नेताओं की गुटवाजी पर जताया आक्रोश
महासंघ प्रधान रजनीश शर्मा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य तथा कुछ ज़िला स्तर पर कर्मचारी नेताओं की आपसी गुटवाजी के चलते समानांतर अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ खड़े कर लिये हैं, जिससे न केवल संगठन कमजोर हुआ है बल्कि कर्मचारियों की लम्बे समय से चली आ रही मांगों का भी समय पर हल नहीं हो पा रहा है। उन्होंने इस गुटवाजी का कड़े शब्दों में विरोध किया कि ये कर्मचारी हितैषी नेता हो ही नहीं सकते। उन्होंने ज़िला ऊना इकाई ओर से अपील की है कि महासंघ के सभी नेतागण एक बैनर तले इकट्ठा होकर सरकार से कर्मचारियों के मुद्दों को उठाएं और हल करवाएं।