हिम न्यूज़ शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि प्रदेश सरकार मॉनसून खत्म होने के बाद बरसात के कारण हुए नुकसान की समीक्षा करेगी और इसके बाद उजड़े परिवारों को बीते वर्ष की तर्ज पर राहत पैकेज देने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा घोषित विशेष आपदा राहत पैकेज के तहत एसडीआरएफ और एनडीआरएफ हैड में 847.73 करोड़ रुपए, वित्त विभाग द्वारा 1871.75 करोड़ रुपए, योजना विभाग द्वारा 146.97 करोड़ रुपए, ग्रामीण विकास द्वारा 1085 करोड़ रुपए और मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष के तहत 150 करोड़ रुपए जारी किए गए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कुल 4495.43 करोड़ रुपए आपदा राहत पैकेज के तहत जारी किए। उन्होंने कहा कि आपदा राहत के रूप में केंद्र सरकार से वर्ष 2023 में मात्र 433.70 करोड़ रुपए ही मिले हैं। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आई आपदा में हिमाचल को 9 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था और उसका पैसा भी केंद्र से नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मसले को लेकर वह फिर से पीएम मोदी से मिलेंगे तथा हिमाचल में आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सड़कों के बंद होने की बात कह रहे हैं, लेकिन वह सड़कों का नाम लेकर बताएं कि कौन सी सड़क बंद है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष आपदा से लारजी बांध को 600 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था, जिसकी भरपाई आज तक नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि आपदा में क्षतिग्रस्त हुए मकानों के लिए राज्य सरकार ने प्रभावितों को 7 लाख रुपए देने की घोषणा की है। ऐसे में जिन लोगों को यह मुआवजा नहीं मिला है वह संबंधित एसडीएम के पास आवेदन करके तुरंत पैसा ले सकते हैं।