हिम न्यूज़ शिमला। बिजली बोर्ड में नये साल 2024 के पहले ही दिन 28 हजार पैन्शनर्ज व 15 हजार कर्मचारियों को पैन्शन तथा वेतन का भुगतान नहीं हो पाया जिस के लिए चन्द्र सिंह मंडयाल महासचिव प्रदेश विद्युत पैन्शनर्ज फोरम ने रोष प्रकट किया है और इसे नववर्ष का भद्दा मजाक करार दिया है। उन्होंने बोर्ड प्रबंधन व राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि उनकी देय राशि का तुरंत भुगतान किया जाये।
मंडी से जारी बयान में उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड को बने 53 साल में यह पहला अवसर है जब बोर्ड अपने कर्मचारियों तथा पैन्शनर्ज को वेतन देने मे असमर्थ हो गया है जिसके लिए प्रबंधन की गलत नीतियां जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में ऐसे भी अवसर आए थे जब बिजली बोर्ड ने राज्य सरकार के कर्मचारियों को वेतन देने मे सहयोग दिया था किंतु आज स्थिति बिल्कुल विपरीत है।
महासचिव ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया कि बोर्ड प्रबंधन को आदेश जारी करे कि पैन्शनर्ज को उनकी पैन्शन का आज अवश्य भुगतान किया जाए क्योंकि उम्र के आखिरी पड़ाव मे पैन्शनर्ज को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसके अलावा पैन्शनर्ज के मेडिकल बिल जो लगभग आठ माह से लम्बित पड़े हैं, उनकी राशि भी फौरन जारी की जाए जैसा कि प्रबंधन ने फोरम को 21 नवम्बर को हुई बैठक में आश्वासन दिया था। मंडयाल ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा न होने पर पैन्शनर्ज को मजबूर हो कर सड़कों पर उतरना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी बोर्ड प्रबंधन पर होगी।