क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में बच्चों की दिव्यांगता की पहचान करने के लिए चल रहा अर्ली इंटरवेंशन केंद्र  

हिम न्यूज़ कुल्लू। दिव्यांगता एवं पुनर्वास केन्द्र कुल्लू की जिला प्रबंधन टीम की त्रैमासिक प्रगति समीक्षा बैठक उपायुक्त आशुतोष गर्ग  की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में पिछली बैठक में प्रस्तुत किए गए सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने विभाग को डीडीआरसी के तहत गतिविधियों को बढ़ाने के लिए वार्षिक कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने मासिक लक्ष्य निर्धारित करने को भी कहा।

उपायुक्त ने स्कूलों तथा पंचायतों में सूचना,शिक्षा तथा संप्रेषण (आईईसी) गतिविधियों को बढ़ाने पर बल दिया ताकि अधिक से अधिक दिव्यांगजन योजनाओं का लाभ उठा सकें। उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक विकास खंड में पंचायत स्तमर पर दिव्यांग जन जागरूकता शिविरों का आयोजन कर मौके पर दिव्यांग जनों की पहचान की जाए तथा उन्हें डीडीआरसी द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं व सुविधाओं के बारे में बताया जाए।

इस कार्य के लिए आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं तथा नेहरू युवा केन्द्र के माध्यम से स्वयसेवियों की सहायता लेने को लेकर भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने निर्देश दिए  कि दिव्यांगजनों के लिए जागरूकता कैंपों का आयोजन अधिकतर पिछड़ी पंचायतों में सुनिश्चित किया जाये।

जिला दिव्यांगता एवं पुनर्वास केन्द्र कुल्लू में दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न प्रकार के निःशुल्क उपचार की सुविधाओं एवं सेवाओं की जानकारी प्रदान की जाए। बैठक में बताया कि डीडीआरसी कुल्लू द्वारा वर्ष 2023 के जुलाई से सितम्बर  तक फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा भौतिक चिकित्सा के 2543 मामले, स्पीच थेरेपी में 58,  11 हियरिंग ऐडज़ से संबंधित मामले तथा 70 मनोवैज्ञानिक मामलों की जांच की गई।  इसके अतिरिक्त  कर 31 मामलों तथा विभिन्न योजनाओं तथा कार्यक्रमों के तहत विभिन्न प्रकार की दिव्यांगता से सम्बंधित 82 लोगों को कवर किया गया।

 रेडक्रॉस समिति के सचिव  वीके मोदगिल,  ने बैठक का संचालन किया। बैठक में बीडीओ केएस राणा, जिला कल्याण अधिकारी गिरधारी लाल शर्मा, परियोजना अधिकारी (समग्र शिक्षा ) सुरेंद्र शर्मा , जिला कार्यक्रम अधिकारी गजेंद्र ठाकुर, एमएस कुल्लू डॉ नरेश चंद  उपस्थित रहे।