माहूंनाग में विद्यार्थियों व आम लोगों के लिए आपदा प्रबंधन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित 

हिम न्यूज़,करसोग-उपमंडल करसोग की वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला माहूंनाग में उपमंडलाधिकारी नागरिक करसोग सुरेंद्र ठाकुर की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्कूल के विद्यार्थियों के अलावा, महिला मंडलों और पंचायत प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

जिला आपदा प्रबंधन की ओर से आयोजित इस जागरूकता कार्यक्रम में एनडीआरएफ की 26 सदस्यीय टीम ने विद्यार्थियों व आम लोगों को किसी भी प्रकार की आपदा आने के समय त्वरित किए जाने वाले राहत व बचाव कार्यो के संबंध में जागरूक किया।

एनडीआरएफ की टीम ने विद्यार्थियो को एनडीआरएफ का महत्व बताते हुए प्राकृतिक व मानव निर्मित आपदाआंे से बचाव के उपायों को बताया। एनडीआरएफ की टीम ने बचाव के संबंध में उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों का प्रदर्शन भी किया ताकि किसी भी प्रकार की आपदा के समय विद्यार्थियों व आम लोगों को त्वरित  राहत व बचाव कार्यो के लिए तैयार किया जा सके। इस दौरान बचाव संबंधी विभिन्न तकनीकें भी विद्यार्थियों व लोगों को बताई गई।

जिनमें मुख्य रूप से हर्दयघात होने पर सीपीआर प्रणाली का प्रयोग करना, चोट लगने पर खून रोकने के उपाए, हड्डी टूटने पर उसका प्राथमिक उपचार, आग लगने की स्थिति में नुकसान से बचने के उपाएं और भूकंप आने की स्थिति में उससे बचाव के संबंध में उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों की जानकारी प्रदान की गई।

उपमंडलाधिकारी नागरिक करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि इस आपदा जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य प्राकृतिक व मानव निर्मित आपदाआंे के समय में कैसे बचाव किया जा सकता है और जोखिम को कैसे कम से कम किया जा सकता है के बारे में आम लोगों को तैयार करना है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के समय सबसे पहले स्थानीय लोग ही राहत व बचाव कार्य आरम्भ करते है। जिसके चलते उन्हें किसी भी प्रकार की आपदा के आने के समय में किए जाने वाले राहत व बचाव कार्यो का ज्ञान होना आवश्यक है। स्थानीय लोग राहत व बचाव कार्यो में जितने अधिक सक्षम होंगे उतना ही आपदा के समय में जोखिम को कम किया जा सकता है।

इस अवसर पर तहसीलदार धर्मपाल नेगी, माहूंनाग मंदिर कमेटी के प्रधान संतराम, पंचायत उप-प्रधान सावामाहूँ मोतीलाल गौतम, एसएमसी अध्यक्ष टेक सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।