हिम न्यूज़, शिमला :, भाजपा महामंत्री बिहारी लाल शर्मा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि कांग्रेस की वर्तमान सरकार सबसे भ्रष्ट एवं झूठी सरकार है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपों से भागने वाली कांग्रेस ने अब खुद ही मानना शुरू कर दिया है को प्रदेश में व्यापक भ्रष्टाचार है इसके कई प्रमाण सामने आए है। शिमला जिले के ठियोग उपमंडल में सामने आए पेयजल आपूर्ति घोटाले के आरोप में जल शक्ति विभाग के दस अफसरों को निलंबित कर दिया है। इनमें से एक अधिकारी की मौत हो चुकी है। इनका नाम भी निलंबन सूची में रखा गया है। निलंबित अधिकारियों में दो अधिशासी, तीन सहायक, चार कनिष्ठ और एक सेवानिवृत्त कनिष्ठ अभियंता शामिल है। इससे संबंधित सभी ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।
आजीविका मिशन घोटाला सरकार मौन
बिहारी लाल शर्मा ने कहा हिमाचल में आजीविका मिशन में तीन मुलाजिमों ने कंपनी बनाकर खुद ही आउटसोर्स पर भर्ती का ठेका ले लिया। कई जगह नियुक्तियां करने के बाद लाखों की रकम भी ले ली। मामला सामने आने के बाद तीन मुलाजिमों को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके साथ ही दूसरी किस्त के रूप में 40 लाख रुपये के भुगतान पर भी रोक लगा दी है। विभागीय स्तर पर इस कार्रवाई के बाद अब जांच के लिए यह मामला विजिलेंस को सौंप दिया गया है। भाजपा इस मुद्दे को अनेकों बात उठा चुकी है पर कांग्रेस नेता इस मुद्दे से भागते हुए दिखाई दिए थे।
बिलासपुर क्रूज घोटाला में सरकार का संरक्षण : बिहारी
बिहारी ने कहा भाजपा ने क्रूज घोटाला भी लगातार उठाया था पर इस पर भी कांग्रेस के मंत्री एवं नेता झूठ बोल रहे थे। गोबिंदसागर झील में चल रही साहसिक गतिविधियों में सबसे महत्वपूर्ण क्रूज के संचालन पर सवाल उठे हैं। इसको लेकर पर्यटन विभाग ने कंपनी संचालक को नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह में क्रूज चलाने के लिए अनिवार्य नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वाटर स्पोर्ट्स (एनआइडब्ल्यूएस) रिपोर्ट जमा करवाने को कहा गया है। गोबिंदसागर झील में अक्टूबर से साहसिक गतिविधियां आरंभ हुई हैं। मंडी भराड़ी में इसका केंद्र बनाया गया है। शिकारा, स्पीड बोट, बनाना राइड, मोटर बोट जैसी अन्य गतिविधियां शामिल हैं, लेकिन प्रदेशभर में क्रूज बड़ी चर्चा में रहा है। लेकिन झील में क्रूज चलाने को लेकर कंपनी के पास एनआइडब्ल्यूएस का प्रमाण एवं सहमति पत्र नहीं है। इसकी सूचना मिलने के बाद पर्यटन विभाग की टीम ने जांच की तो इस अनुमति के सिवाय सभी औपचारिकताएं पूरी हैं। क्रूज संचालन के लिए संबंधित कंपनी के पास लाइसेंस धारक क्रूज पायलट, प्रशिक्षित बचाव दल, एनआइडब्ल्यूएस प्रणामपत्र जरूरी है।