हिम न्यूज़,शिमला:भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा की हिमाचल में सुक्खू सरकार हरियाणा के चुनाव में कांग्रेस की हार और उसके साथ हिमाचल की सरकार का जो कनेक्शन है उसके बाद हुई फजियत से बचने के लिए खुद सीएम तरह तरह की बहनाएबाजी पर उतर आए है।
सीएम यह कहना की भाजपा ने 5000 करोड़ रु का बोझ हिमाचल की जनता पर लाद दिया और 1500 संस्थान खोल दिए, तो यह संस्थान, स्कूल, हस्पताल, कॉलेज, पीएचसी, पटवार सर्कल, बीडीओ के दफ्तर यह सब विकास के और जन सेवा के माध्यम है। अगर इससे जनता पर पैसे का बोझ पड़ता है तो वह सच में किसी भी सरकार को करना चाहिए और सुक्खू सरकार ने बहुत बड़ा रिकॉर्ड कायम किया, 70 साल के इतिहास में किसी भी सरकार ने संस्थान बंद नहीं किए परंतु वर्तमान कांग्रेस सरकार ने 1500 के लगभग संस्थान बंद किए। यह इसलिए बंद किए क्यूंकि इन संस्थानों को चलाने के लिए सीएम के पास धन नहीं है, वास्तु स्तिथि बिलकुल भिन्न है कांग्रेस के पास अपने मित्रों को धन देने के लिए कोई कमी नहीं है, गैरकानूनी तौर पर सीपीएस लगाने हो उनके लिए व्यवस्था करनी हो उसने लिए धन की कमी नहीं है, परंतु संस्थान चलाने के नाम पर वह धन की कमी आड़े आ रही है।
उन्होंने कहा की वास्तविक स्तिथि बिलकुल अलग है जैसा सीएम ने बताया उन्होंने 2200 करोड़ रु प्रदेश के खजाने में डालने की बात की है। गरीब आदमी, सामान्य व्यक्ति, जो प्रतिदिन डीजल का उपयोग करता है। ट्रकों, बसों, जीप, गाड़ी, ट्रैक्टर और पानी की स्कीमों के रूप में उस डीजल के ऊपर 7 रु लीटर का वैट लगाकर 1500 करोड़ रु गरीब की जेब से निकाल लिया और उस पैसे को अपनी आमदनी बता रहे है। गरीब की जेब में से पैसा निकालना, चाहे वो पानी, बिलजी के ऊपर टैक्स लगाना, बिजली का रेट बड़ाना, स्टांप ड्यूटी को बड़ाना, डिपो के राशन के दाम को बड़ाना, बिजली की सब्सेडरी को खत्म करना, यह सारी चीज़ें कर कांग्रेस हिमाचल की जनता से और पैसा एक्सट्रैक्ट कर रहें है और विकास के नाम पर सुक्खू सरकार शून्य है। यह आज की वास्तु स्तिथि है और इसको व्यवस्था परिवर्तन का नाम दे करके हीरो बनने का प्रयास कर रहे है, वास्तु स्तिथि यह है की केंद्र सरकार के सहयोग के बिना एक मिनट भी यह सरकार चल नहीं सकती और जब यह बात आती है तो फिर सीएम और उनके मंत्री बयानों की छड़ी लगाते है। दिल्ली में एक मंत्री बैठता है और गुहार लगाता है प्रदेश के सहयोग के लिए दूसरी ओर सीएम, उनके मंत्री हिमाचल में बैठ कर केंद्र की सरकार, मंत्रियों और पीएम को गाली देने का काम करते हैं। यह पूरी की पूरी दोगली बात है प्रदेश की जनता के ऊपर टैक्स का बोझ लगाना प्रदेश की सरकार के ख़ज़ाने को भरने की घोषणा करना वास्तव ने ना ख़ज़ाना भरा, टैक्स भी लग गया, ना विकास हुआ, संस्थान भी बंद हो गए और प्रदेश की वर्तमान सरकार केवल और केवल केंद्र को गाली देने के अंदर अपना समय व्यतीत कर रही है।यह वास्तविकता आज तक की इस कांग्रेस सरकार की है।