हिम न्यूज़ शिमला। भाजपा के प्रदेश पर प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर कर्मचारी वर्ग प्रताड़ित है और अपनी समस्याओं को लेकर परेशान है। ऐसा प्रतीत होता है की हिमाचल का हर व्यक्ति आंदोलित है। उन्होंने कहा की विधानसभा सत्र के 8वें दिन स्थायी नीति की मांग को लेकर प्रदेश के जलरक्षक पहुंचे और यहां पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। यहां तक की आशा वर्कर भी अभी तक अपनी मांगों को लेकर चिंतित है और जल्द आशा वर्कर भी सरकार के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे।
उन्होंने कहा की स्थायी नीति की जलरक्षको की प्रमुख मांग है। वह सरकार से लगातार आग्रह कर रहे है कि प्रदेश में कार्यरत करीब 6000 जलरक्षकों के हितों का ध्यान रखते हुए उचित निर्णय ले। भाजपा इनके साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ी है। जलरक्षक 10-10 घंटे कार्य कर रहे हैं और चाहे आपदा की स्थिति हो या फिर धूप-छांव व बर्फबारी हो, लेकिन जलरक्षक अपनी सेवाओं से पीछे नहीं हटे हैं और इस कार्य को करते हुए उनके कई साथी भगवान को प्यारे हो गए हैं। इसलिए वे सरकार से मांग करते हैं कि उनके लिए स्थायी नीति बनाई जाए। यह मांग पूर्ण रूप।से उचित है, पर लगता है कि यह छल कपट वाली सरकार अपने कानों को बंद करके बैठी है और जनता की गुहार को सुनना नहीं चाहती।
वहीं जिला परिषद अधिकारी- कर्मचारी प्रतिनिधिमंडल ने अवगत करवाया कि अभी जिला परिषद पंचायती राज विभाग के अधीन है तथा उनकी मांग है कि उनकी सेवाओं को ग्रामीण विकास विभाग में समायोजित किया जाए। वे इस कार्य के लिए पिछले कई वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं तथा उनका कार्य अब अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक छठे वेतन आयोग का लाभ भी नहीं दिया गया है, जबकि वित्त विभाग पहले ही इसकी मंजूरी दे चुका है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार कर्मचारी विरोधी है और जिन लोगों ने जनता की सेवा दिन-रात की है उनको उनका हक प्रदान करने के पक्ष में नहीं है। यह सरकार रोजगार देने के पक्ष में नहीं परंतु रोजगार छीनने के पक्ष में है, झांकी इस महेकमे के लिए सबसे ज्यादा पैसा केंद्र से आ रहा है तब भी कर्मचारियों का हक उनको देने के पक्ष में यह सरकार नहीं है।