हिम न्यूज़ मंडी। भाजपा सरकार ने जो मंडी संसदीय क्षेत्र को दिया वो कांग्रेस सरकार ने वापिस ले लिया, अभी तक कांग्रेस सरकार ने मंडी जिला को एक फूटी कौड़ी नहीं दी है। यह बात भाजपा विधायक राकेश जम्वाल, दलीप ठाकुर व भाजपा प्रदेश सचिव विनोद कुमार ने कही है।
उन्होंने कहा की जो पैसा जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री रहते मंडी संसदीय क्षेत्र को भेजा था, जिससे मंडी एक बड़ी पर्यटक स्थली बन सकता था, वो भी कांग्रेस सरकार ने किसी और जिले में भेज दिया।मंडी के प्रति कांग्रेस प्रतिशोधात्मक राजनीति कर रहीं है। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री मंडी आए और 31 करोड़ की राशि मंडी वासियों को दी, पर एक बात हम स्पष्ट करना चाहेंगे की यह 31 करोड़ की राशि केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पैसे में से दी गई है। केंद्र ने हिमाचल को 1200 करोड़ रू दिए है, मुख्यमंत्री जी इसी राशि को वितरित कर हीरो बन रहे हैं ।
उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री का बदला मंडी से यहीं नहीं रुकता कांग्रेस नेताओं ने मंडी विश्वविद्यालय और मंडी कॉलेज को थर्ड ग्रेड बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।उन्होंने कहा कि सरकार अपनी कार्यशैली को लेकर चौतरफा घिर रही है आज तक आपदा से हुए नुकसान का आंकलन करने में फेल हुई सरकार यह नही देख पा रही कि प्रदेश में यदि बारिश में नुक्सान हुआ तो कुल्लू, मंडी, शिमला आदि क्षेत्रों में सर्वाधिक हुआ है। परंतु अनुभवहीन सरकार अभी भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान के अनुसार पैसा बाँटने कि बजाए हवा हवाई कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि जितना सरकार दिखावा कर तम्बू लगा कर चेक वितरित कर रही उस खर्चे को भी यदि प्रशासन के माध्यम से सीधा प्रभावितों तक भेजा जाता तो कई लोगों को और राहत राशि मिल सकती थी। भाजपा का सीधा आरोप है कि प्रदेश सरकार केंद्र से आए पैसों को सही तरह से खर्चने की बजाए अपने आयोजनो पर खर्च कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जब से सत्ता में आई है तब से शिक्षण संस्थानों को बंद करने के लिए व्यवस्था परिवर्तन का काम कर रही है। अब तक प्रदेश सरकार ने एक हजार से ज्यादा शिक्षण संस्थान बन्द कर दिए हैं, इसके अलावा प्रदेश की दूसरी विवि सरदार पटेल का दायरा कम कर इस यूनिवर्सिटी को डी ग्रेड का दर्जा दे दिया। उन्होंने सरकार से पूछा कि आज तक उन्होंने मंडी को क्या दिया उल्टा जो विकास जयराम सरकार द्वारा किया गया था उसे भी बंद करवा दिया गया। कहीं मंडी से सरकार में एक मात्र विधायक होने की सजा मंडी को तो नहीं दी जा रही।