हिम न्यूज़, शिमला: राजस्व एवं आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि केन्द्र सरकार ने प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय भारत सरकार, सुनील कुमार बर्नवाल की अध्यक्षता में केन्द्रीय दल का गठन किया है। प्रदेश सरकार ने 23 अगस्त, 2022 को केन्द्र सरकार से अन्तर मंत्रालय केन्द्रीय दल भेजने का आग्रह किया था।
केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश सरकार के आग्रह को स्वीकार करते हुए सितम्बर माह के प्रथम सप्ताह में मानसून के दौरान ही केन्द्रीय दल के भेजने बारे निर्णय लिया गया है जबकि पूर्व में मानसून खत्म होने के बाद ही केन्द्रीय दल भेजा जाता था। इससे प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का आकलन समय पर होने के साथ ही प्रदेश को केन्द्रीय आपदा मोचन निधि की अतिरिक्त केन्द्रीय सहायता प्राप्त होगी जिससे प्रदेश में मानसून प्रभावित लोगों को समुचित राहत सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान मानसून में भारी वर्षा, भूस्खलन और बादल फटने की अनेक घटनाएं हुई है, जिसमें 258 लोगों की अमूल्य जानें चली गई और 10 लोग अभी भी लापता हैं। इस आपदा के कारण 270 मवेशी मारे गए तथा 1658 रिहायशी मकान, दुकानों , गौशालाएं व घराट इत्यादि क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस दौरान प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गों, ग्रामीण सड़कों, पेयजल योजनाओं व विद्युत परियोजनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है। इस मानसून के दौरान प्रदेश में अब तक 1367.33 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया जा चुका है और यह प्रक्रिया आकलन निरन्तर जारी है।