मासिक धर्म चक्र पर गर्व अनुभव करें, यह शर्म का विषय नहीं -कुलदीप सिंह चौहान

हमीरपुर 28 मई। मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो हमें अपनी सभ्यता के वाहक के रूप में स्थापित करती है तथा हमें समाज का उपयोगी और उत्पादक सदस्य बनाती है। अत: हमें इस प्राकृतिक प्रक्रिया के लिए स्वयं पर स्वाभाविक गर्व होना चाहिए।

उक्त विचार बाल विकास परियोजना अधिकारी सुजानपुर कुलदीप सिंह चौहान ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चबूतरा और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बीड़ बगेहड़ा में विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के अवसर पर किशोरों के लिए आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि मासिक धर्म चक्र सामान्यत: 28 दिन का होता है और प्राय: 5 दिन चलता है। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 28 मई को विश्व भर में मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इसके आयोजन का उद्देश्य महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म की उपयोगिता से अवगत करवाना तथा उन्हें इस अवधि के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति सजग करना है।

शनिवार को आयोजित जागरुकता कार्यक्रमों में स्वास्थ्य विभाग के डॉ. अंकित कुमार, डॉ. सुरेंद्र डोगरा, आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरजीत बेदी तथा डॉ. मोनिका ने मासिक धर्म के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

उन्होंने कहा कि महिलाएं मासिक धर्म का प्रबंधन गर्व और सम्मान से कर सकें, मासिक धर्म संबंधी सामग्री का निदान पर्यावरण हितैषी ढंग से हो तथा महिलाओं की निजता और गोपनीयता अक्षुण्ण रहे, इसके लिए सामाजिक भागीदारी बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने किशोरियों को मासिक धर्म संबंधी सामग्री के प्रयोग, व्यक्तिगत स्वच्छता में उनकी उपयोगिता और इस सामग्री के उपयुक्त निपटान की विस्तृत जानकारी दी।

इन कार्यक्रमों में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चबूतरा के प्रधानाचार्य कुलदीप ठाकुर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बीड़ बगेहड़ा के प्रधानाचार्य सुरेश कुमार ने अपने-अपने विद्यालयों में लैंगिक संवेदी मित्रवत व्यवहारों व मासिक धर्म के उपयुक्त प्रबंधन हेतु की गई व्यवस्थाओं से अवगत करवाया तथा विद्यार्थियों से इस पर खुलकर चर्चा करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चबूतरा में आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में एलीन ठाकुर, रिदम व अंजली ठाकुर क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बीड़ बगेहड़ा में गुनगुन, मुस्कान व अमीषा धीमान क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। नारा लेखन में मीनाक्षी, प्रगति व श्रेया ने पहले तीन स्थान हासिल किए। इस अवसर पर मासिक धर्म से जुड़े मिथकों, वैज्ञानिक तथ्यों और उसके सुरक्षित व उचित प्रबंधन से जुड़ी प्रचार सामग्री का वितरण भी किया गया।