हिम न्यूज़ धर्मशाला। उपायुक्त हेम राज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला में कम बारिश के कारण फसलों को हुए नुक्सान का आकलन करने तथा फसल बीमा योजना के तहत पंजीकृत किसानों को नियमों के तहत मुआवजा दिलाने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को धर्मशाला में डीसी आफिस के सभागार में सूखे से निपटने की तैयारियों को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि इस बार जनवरी तथा फरवरी माह में अपेक्षाकृत कम बारिश हुई है तथा ऐसी स्थिति में किसी स्तर पर पेयजल संकट से लोगों को नहीं गुजरना पड़े इस के लिए जल शक्ति विभाग को तत्परता के साथ कार्य करना चाहिए तथा पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के लिए भी आवश्यक प्लान तैयार रखना चाहिए ताकि किसी भी स्तर पर लोगों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि सिंचाई के लिए तैयार कूहलों का रखरखाव भी सही तरीके हो इस के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सके। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि भविष्य में वर्षा जल संग्रहण ढांचों को विकसित करने के लिए विशेष बल दिया जाएगा ताकि सूखे इत्यादि की स्थिति से निपटा जा सके। इस बाबत जल शक्ति, कृषि तथा बागबानी विभाग तथा ग्रामीण विकास विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य योजना तैयार करें ताकि सिंचाई की बेहतर व्यवस्था हो सके।
उपायुक्त हेम राज बैरवा ने स्वास्थ्य विभाग को भी दवाइयां का उपयुक्त स्टाॅक रखने तथा खाद्य आपूर्ति विभाग को भी खाद्य सामग्री के भंडारण के लिए उपयुक्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी स्तर पर लोगों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो। उन्होंने कहा कि बारिश कम होने के कारण जंगलों में आग की आशंका भी बनी रहती है तथा दमकल विभाग को पूरी तरह से सतर्क रहते हुए कार्य करना चाहिए। उन्होंने दमकल विभाग को फायर हाईडरेंट्स चेक करने तथा तकनीकी खराबी के बारे में जल शक्ति विभाग को सूचित करने के निर्देश भी दिए हैं।
इससे पहले एडीएम डा हरीश गज्जू ने सूखे से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों को लेकर विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर एडीसी सौरभ जस्सल तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे तथा सभी उपमंडलों के एसडीएम वर्चुअल माध्यम से जुड़े हुए थे।