प्रदेश के सभी जिलों के आपदा प्रभावितों को दिया जाए ‘ विशेष राहत पैकेज ‘ : रणधीर शर्मा 

हिम न्यूज़ शिमला। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि भाजपा का आरोप है कि वर्तमान कांग्रेस सरकार इस साल आई आपदा के लिए गंभीर नहीं है। इस बार हम सब जानते हैं पूरे प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के कारण भारी नुकसान हुआ है, कोई भी जिला इससे अछूता नहीं रहा है। अगर इसकी गंभीरता को देखना है तो पूरे प्रदेश में जहां 1736 मकान सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। वहीं 7000 से ज्यादा मकान आंशिक रूप से जो है वो क्षतिग्रस्त हुए हैं और 8000 के लगभग पशुशालाएं गिरी, 300 के लगभग लोगों की जाने गई, जबकि 50 के लगभग लोग लापता है। इतने भारी नुकसान के बावजूद हिमाचल प्रदेश सरकार ने इसके प्रति कोई गंभीरता नहीं दिखाई है।

उन्होंने कहा कि 2023 में आई आपदा में मुख्यमंत्री सुखविंदर ने एक विशेष राहत पैकेज पूरे प्रदेश के लिए दिया था। जिसके तहत जो पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान है उनके लिए 7 लाख का प्रावधान था। आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों को 1 लाख देने की वहां घोषणा की गई थी। रणधीर ने कहा कि परंतु इस साल सिर्फ मंडी जिला के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा की गई है। अन्य जिले इससे वंचित हो गए हैं। इसलिए भारतीय जनता पार्टी की मांग है कि इस बार आई आपदा के लिए पूरे प्रदेश में सभी जिलों में विशेष राहत पैकेज दिया जाए और प्रभावित लोगों को जल्दी से जल्दी राहत पहुंचाई जाए। हमारा आरोप है कि सरकार की तरह कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने भी आपदा को गंभीरता से नहीं लिया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेता चाहे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी हो, चाहे प्रियंका गांधी हो या सोनिया गांधी हो, कोई भी नेता आपदा के दौरान प्रभावितों से मिलने नहीं आया, संवेदना प्रकट नहीं की, किसी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा नहीं किया। जबकि आज वो एक राजनीतिक पर्यटक के तौर पर हिमाचल प्रदेश की हसीन वादियों का नजारा लेने आ रहे हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस बार आई आपदा को भी 2023 की तरह पूर्ण रूप से गंभीरता से लिया, हमारे सभी सांसदों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। विधायक अपने क्षेत्रों में लगे रहे और हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और प्रधानमंत्र नरेंद्र मोदी ने भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। प्रभावित लोगों से मिलकर अपनी संवेदनाएं प्रकट की और प्रधानमंत्री ने तो 1500 करोड़ देने की घोषणा की।

यही नहीं इस घोषणा के अलावा भी 136 करोड़ एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और एसडीएमएफ के तहत हिमाचल प्रदेश को आ चुके हैं। अगर हम देखेंगे एनडीआरएफ के तहत 591 करोड़ 56 लाख, एसडीआरएफ के तहत 397 करोड़ 60 लाख और एसडीएमएफ के तहत 49 करोड़ 70 लाख प्रदेश को आए हैं। यह 1038 करोड़ जो प्रदेश को आए हैं अभी तक इसको भी यह सरकार खर्च नहीं कर पा रही है। सड़कें बाधित है, टूटी हुई है उनकी मरम्मत नहीं हो पा रही। पीने के पानी की स्कीमें दुरुस्त नहीं हो पा रही। कई गांव में अभी तक बिजली नहीं पहुंचा पाई है सरकार। कांग्रेस सरकार इस आपदा को लापरवाही से ले रही है और गंभीरता इसमें बरत नहीं रही है। हम उस सरकार को चेतावनी देना चाहते हैं कि अगर इस सरकार ने इस आपदा के दौरान प्रभावित लोगों के लिए विशेष राहत पैकेज पूरे प्रदेश में जारी नहीं किया तो भारतीय जनता पार्टी आंदोलन करने पर मजबूर होगी।