नशा उन्मूलन, पर्यावरण संरक्षण तथा आपदा राहत एवं प्रबंधन विषय पर धर्मपुर में विशाल विधिक शिविर आयोजित

हिम न्यूज़ सोलन। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी एवं उपमण्डल विधिक सेवा प्राधिकरण कसौली के अध्यक्ष अशोक कुमार वत्सल ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग तक न्याय सुलभ बनाना और विधिक सहायता पहुंचाना है ताकि कोई भी व्यक्ति कानून के अभाव में अपने अधिकारों से वंचित न रहे। अशोक कुमार आज उपमण्डल विधिक सेवा समिति धर्मपुर द्वारा राजकीय महाविद्यालय धर्मपुर में आयोजित विशाल विधिक साक्षरता शिविर को सम्बोधित कर रहे थे।

अशोक कुमार वत्सल ने कहा कि भारत का संविधान प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार प्रदान करता है। न्यायपालिका का मुख्य कार्य आम जन के जीवन को सरल बनाना है। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका समाज में व्याप्त कुरीतियों के उन्मूलन के लिए सतत् प्रयासरत रहती है। उन्होंने कहा कि ऐसे मेगा शिविर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

उन्होंने कहा कि इस दिशा में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं आरंभ की हैं। इनमें नालसा (डीएडब्ल्यूएन – ड्रग अवेयरनेस एंड वेलनेस नेविगेशन – फॉर ए ड्रग फ्री इंडिया) योजना-2025, न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करना, कानूनी जागरूकता बढ़ाना और मादक द्रव्यों के सेवन के पीड़ितों को सहायता प्रदान करने के लिए योजनाएं आरम्भ की गई हैं।

अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी ने कहा कि स्वस्थ एवं गतिशील समाज के लिए युवाओं को नशे से दूर रखना आवश्यक हैं। इस दिशा में सभी का सहयोग अपेक्षित है। शिविर में उपस्थित लोगों को विधिक प्रावधानों एवं सामाजिक दायित्व के बारे में जागरूक किया गया। युवाओं को नशे से दूर रहने, पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाने तथा आपदा की स्थिति में प्रशासन और समाज के मध्य समन्वय बनाकर कार्य करने का आह्वान किया गया।

शिविर में 500 से अधिक लोगों ने भाग लिया। शिविर में उपस्थित लोगों से आग्रह किया गया कि वह किसी भी प्रकार की विधिक सहायता के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण कर सकते हैं। लोगों से समाज हित के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह भी किया गया। कार्यक्रम में उप पुलिस अधीक्षक परवाणू अनिल शर्मा, महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सुनीता गोयल, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित शर्मा, सचिव पंकज मंकोटिया, वरिष्ठ अधिवक्ता पी.एस. औलख सहित अन्य गणमान्य अधिवक्ताओं, अधिकारियों एवं सामाजिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।