हिम न्यूज़,सोलन- डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी ज़िला सोलन के सभागार में आज सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह 2022 के अंतर्गत एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्याशाला का आयोजन किया गया।
कार्याशाला की अध्यक्षता सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हिमाचल प्रदेश की सचिव सुधा देवी ने की।
इस अवसर पर सचिव ने उपस्थित महिलाओं को जानकारी देते हुए कहा कि पोषण अभियान किशोरों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तानपान कराने वाली माताओं के पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करने के लिए भारत की प्रमुख योजना है। इस योजना में विभागीय समन्वय के माध्यम से जन आंदोलन व सामुदायिक व्यवहार परिवर्तन का उद्देश्य भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि पोषण माह को मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की सेहत और बच्चे की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना है। इस वर्ष राष्ट्रीय पोषण माह की थीम ‘महिला और स्वास्थ्य’ और ‘बच्चा और शिक्षा’ है। उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसा देखा जाता है कि काम की व्यस्तता के चलते महिलाएं अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। इससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि खासकर, 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में सिरदर्द, थकान, निद्रा, और बाल झड़ने की समस्या होती है। इन लक्षणों को नज़रअंदाज कर लंबे समय तक लापरवाही बरतने से कई बीमारियां जन्म लेती हैं। इसके लिए महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना चाहिए। सेहतमंद रहने के लिए महिलाओं को रोजाना उचित मात्रा में पानी पीना चाहिए। इससे कई प्रकार की परेशानियों में आराम मिलता है। शरीर में पानी की कमी से थकान, सिरदर्द और कमजोरी महसूस होती है। इसके लिए रोजाना कम से कम लीटर पानी जरूर पिएं। रोजाना संतुलित आहार लें और एक्सरसाइज जरूर करें, साथ ही तनाव लेने से बचें।
इस अवसर पर महिला एवं विकास विभाग द्वारा गोदभराई और अन्नप्रशासन का आयोजन भी किया गया।
कार्यशाला में देवठी वृत्त के आगंनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण अभियान पर आधारित लघु नाटिका की प्रस्तुती दी गई।
उपायुक्त सोलन कृतिका कुलहरी ने कहा कि 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने मताधिकार के महत्व को समझे और मतदान कार्ड बनाकर मतदान अवश्य करे।