हिम न्यूज़ हमीरपुर-राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान हमीरपुर (एनआईटीएच) ने 23 सितंबर 2022 को आयोजित सांकेतिक भाषा दिवस 2022 के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अरुण कुमार यादव (नोडल अधिकारी, समान अवसर प्रकोष्ठ) और डॉ. प्रदीप सिंह (संपर्क अधिकारी, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ) ने बताया कि सांकेतिक भाषा के प्रति जागरूकता के प्रभाव पर विशेषज्ञ वार्ता और प्रश्नोत्तरी की एक श्रृंखला आयोजित की गई।
कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक, एनआईटी हमीरपुर ने किया। उद्घाटन समारोह में प्रो. अनूप कुमार, डीन फैकल्टी वेलफेयर, डॉ. अशोक कुमार, डीन स्टूडेंट वेलफेयर और डॉ. दिवाकर यादव, हेड, सीएसई विभाग भी मौजूद थे। क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा समाज पर सांकेतिक भाषा के प्रति जागरूकता के प्रभाव पर वार्ता आयोजित की गई।
वार्ता के दौरान, इस बात पर प्रकाश डाला गया कि भारत में 50 लाख से अधिक लोग हैं जो अपने दैनिक जीवन में भारतीय सांकेतिक भाषा का उपयोग करते हैं। दिन के दौरान सांकेतिक भाषा के बारे में जागरूकता पर प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई जिसमें संस्थान के छात्रों और शिक्षकों ने उत्साह के साथ भाग लिया।
इस दिन आयोजित किए गए कार्यक्रमों ने मूक-बधिर समुदाय द्वारा अपने दैनिक जीवन में सामना की जाने वाली कठिनाइयों और चुनौतियों के बारे में जागरूकता पैदा करने में मदद की। कार्यक्रम का समापन प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को पुरस्कार वितरण और कार्यक्रम के संयोजक डॉ अरुण कुमार यादव और डॉ प्रदीप सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।