मजबूत लोकतन्त्र सबकी भागीदारी : निर्वाचन विभाग 

हिम न्यूज़ शिमला। मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश, सुश्री नंदिता गुप्ता ने बताया कि किसी भी राष्ट्र में में गणतंत्र के स्तर को उसमे महिलाओ की सहभागित्ता से तय किया जा सकता है । भारत को विश्व में गणतंत्र की माँ की संज्ञा दी गई है भारत को स्वतंत्रता मिलते ही महिलाओ को मताधिकार दे दिया गया था । भारत निर्वाचन आयोग निरंतर यह प्रयास करता रहा है कि किस तरह से महिलाओ की सहभागित्ता को बढाया जाये व् सभी पात्र महिलाओ मतदाता सूचि में शामिल हो, को जांचने के लिए लिगानुपात मापदंड से 1000 पुरुषो पर कितनी महिलाओ का नाम दर्ज है, अपनाया गया है । ऐसे विधान सभा को चिन्हित किया जाता है और फिर विशेष रणनीति बनायीं जाती है ।

फोटोयुक्त मतदाता सूचियों-2025 के अन्तिम प्रकाशन पर प्रदेश का लिगानुपात मतदाता लिंग अनुपात 981 था ।निर्वाचन विभाग निरन्तर यह प्रयास करता है जंहा लिगानुपात राज्य/जिला औसत से कम है, वंहा विशेष अभियान चला कर महिलाओ को जागरूक करने का प्रयास किया जाता है । इस अभियान में दस जिलो में महिला का लिगानुपात अब तक के छ महीनो में काफी बड़ी है, जिसमे 2- भरमौर विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 930 से बढकर 948, 7-इंदोरा विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 939 से बढकर 952, 8-फतेहपुर विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 972 से बढकर 976, 24-बंजार विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 967 से बढकर 968, 26-करसोग विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 972 से बढकर 977, 29-सिराज विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 935 से बढकर 939, 30-द्रंग विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 970 से बढकर 972, 41- चिंतपूर्णी विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 959 से बढकर 961, 49-श्री नयना देवी विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 962 से बढकर 966, 51-नालागढ़ विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 956 से बढकर 959, 52-दून विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 922 से बढकर 925, 54-कसौली विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 949 से बढकर 951, 59-शिलाई विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 820 से बढकर 833, 63-शिमला विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 934 से बढकर 936, 66-रामपुर विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 946 से बढकर 950 और 67-रोहडू विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 955 से बढकर 967 हो गया है ।

इसी कड़ी में मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश, सुश्री नंदिता गुप्ता ने प्रयास करके ग्राम पंचायत बालीकोटी व बांदली में दो पंचायतों यथा बांदली और कांडो-भटनोल में स्थानीय महिलाओं के साथ संवाद कर मतदाता सूची में नाम दर्ज करने की कार्य योजना व निर्वाचन प्रक्रिया बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की । उन्होंने मौके पर उपस्थित बूथ स्तर अधिकारी के माध्यम से छुटे हुए पात्र महिला मतदाताओं के साथ समन्वय स्थापित कर फॉर्म भरवाकर मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने की प्रक्रिया भी पूर्ण करवाई। इस प्रक्रिया में उक्त पंचायतों के 14 मतदान केन्द्रों की 148 पात्र महिलाओं व 59-शिलाई विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के शेष 97 मतदान केन्द्रों में 185 कुल 333 पात्र महिलाओं की पंजीकरण प्रक्रिया भी पूर्ण की गई । उन्होंने मौके पर उपस्थित सम्बन्धित अधिकारियों को महिला मतदाता लिंग अनुपात में सुधार करने हेतु विशेष प्रयास करने हेतु भी निर्देशित किया । इसके अतिरिक्त समस्त जिला निर्वाचन आधिकारियों को उक्त महिला मतदाता लिंग अनुपात में सुधार के इस विशेष अभियान की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से प्रेषित करने हेतु भी निर्देशित किया गया ।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश, सुश्री नंदिता गुप्ता ने बताया कि फोटोयुक्त मतदाता सूचियों-2025 के अन्तिम प्रकाशन पर प्रदेश का महिला मतदाता लिंग अनुपात 981 है जो अब बढकर 983 हो गया है जिसमें 2- भरमौर विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 930 से बढकर 948, 7-इंदोरा विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 939 से बढकर 952, 8-फतेहपुर विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 972 से बढकर 976, 24-बंजार विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 967 से बढकर 968, 26-करसोग विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 972 से बढकर 977, 29-सिराज विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 935 से बढकर 939, 30-द्रंग विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 970 से बढकर 972, 41- चिंतपूर्णी विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 959 से बढकर 961, 49-श्री नयना देवी विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 962 से बढकर 966, 51-नालागढ़ विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 956 से बढकर 959, 52-दून विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 922 से बढकर 925, 54-कसौली विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 949 से बढकर 951, 59-शिलाई विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 820 से बढकर 833, 63-शिमला विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 934 से बढकर 936, 66-रामपुर विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 946 से बढकर 950 और 67-रोहडू विधान सभा का महिला लिंग अनुपात 955 से बढकर 967 हो गया है । उक्त सभी निर्वाचन क्षेत्रो में मतदाता महिला लिंग अनुपात में एक उल्लेखनीय सुधार हुआ है जोकि प्रदेश में महिलाओ की बढती राजनीतिक सहभागिता को दर्शाता है ।