सरकारी कार्यसंस्कृति में सुधार हेतु कर्मयोगी बनने का संदेश

हिम न्यूज़ धर्मशाला। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के राष्ट्रीय कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश केन्‍द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय में राष्ट्रीय कर्मयोगी जनसेवा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मचारियों को सरकारी सेवा के प्रति उत्तरदायी, संवेदनशील और दक्ष बनाने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. नरेन्द्र सांख्‍यान, कुलसचिव ने शिरकत की।

 

अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज के समय में सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली में दक्षता, पारदर्शिता और नागरिक हित को सर्वोपरि रखना अनिवार्य हो गया है। कर्मयोगी बनने का अर्थ केवल कार्य करना नहीं, बल्कि सेवा भाव और नैतिक उत्तरदायित्व के साथ कार्य करना है। कार्यक्रम के संबंध में उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्रालय, भारत सराकर के इस अभियान के अंतर्गत विश्‍वविद्यालय से 03 कर्मियों को प्रशिक्षण लेने के लिए दिल्‍ली भेजा गया था । उक्‍त कर्मियों ने दिल्‍ली में तीन दिनों तक गहन प्रशिक्षण हासिल किया है जो कि अब अपने अनुभवों से विश्‍वविद्यालय के कर्मियों को अवगत करवा रहे हैं ।

उक्‍त मास्‍टर ट्रेनर अब निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विश्‍वविद्यालय के विभिन्‍न परिसरों में कार्यशाला के माध्‍यम से सभी शैक्षणिक एवं शिक्षकेतर कर्मियों को आदर्श कर्मयोगी बनने के प्रति जागरूक कर रहे हैं । इस अवसर पर मास्‍टर ट्रेनर, प्रो. खेम राज शर्मा, प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, प्रो. विवेक शील, विभागाध्‍यक्ष, रसायन एवं रसायनिक विज्ञान विभाग तथा संजीव कौशल, सहायक कुलसचिव ने कर्मयोगी बनने के मूल सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हुए सरकारी कामकाज में गुणवत्ता सुधार के उपायों की जानकारी दी तथा कर्मचारियों को कर्मयोगी बनने के लिए प्रोत्साहित किया गया ।

कार्यक्रम में अभिषेक कुमार, अवर श्रेणी लिपिक ने विशेष रूप से तकनीकी एवं सचिवीय सहायता प्रदान की । कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों/कार्यालयों से अधिकारियों, कर्मचारियों एवं अन्य स्टाफ सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने कर्मयोगी भाव के साथ अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने का संकल्प लिया। वहीं इसी के तहत केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के शाहपुर परिसर में भी उक्त कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में शैक्षणिक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। इसमें विभिन्न विभागों के 20 शिक्षकों और 09 शिक्षकेतर कर्मचारियों को राष्ट्रीय कर्मयोगी लार्जस्केल जनसेवा कार्यक्रम (CRK-LSJSP) के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई । सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक रूप से जनसेवा और कर्मयोगी भावना के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में आयोजकों ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।