हिम न्यूज़ मंडी। उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने कहा कि मंडी जिले में पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश और भूस्खलन के कारण सड़क, पेयजल व विद्युत आपूर्ति सहित अन्य बुनियादी ढांचे को व्यापक रूप से क्षति पहुंची है। जिला में आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए संबंधित विभागों की विभिन्न टीमें युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं।
अपूर्व देवगन ने बताया कि लोक निर्माण विभाग के मंडी वृत्त में ही पिछले 24 घंटों में लगभग 23 करोड़ रुपए का नुकसान आंका गया है। क्षतिग्रस्त सड़कों की बहाली के लिए 158 मशीनरी तैनात की गई हैं और प्रभावित क्षेत्रों में बंद पड़ी 270 सड़कों में से 73 मंगलवार सायं तक बहाल कर दी गई हैं। लोक निर्माण विभाग को अभी तक नुकसान का कुल आंकड़ा 417 करोड़ रुपए से अधिक का हो गया है। धर्मपुर वृत्त के तहत 35 सड़कें प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 12 बहाल कर ली गई हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में जल शक्ति विभाग को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है। पिछले 24 घंटों में 491 पेयजल योजनाएं, 57 सिंचाई योजनाएं, पांच मल निकासी सहित कुल 555 योजनाएं बाधित हुई हैं। इससे विभाग को लगभग 31 करोड़ रुपए का नुकसान आरंभिक तौर पर आंका गया है। पेयजल योजनाओं की आंशिक बहाली के लिए अढाई हजार से अधिक राहत कर्मी तैनात किए गए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के ऑपरेशन सर्कल मंडी के बुनियादी ढांचे को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है। प्रारंभिक आकलन के अनुसार, लगभग 2.20 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण 750 वितरण ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 3 ट्रांसफार्मर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अतिरिक्त 7 किलोमीटर हाई टेंशन लाइन और 14 किलोमीटर लो टेंशन लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। भूस्खलन और बाढ़ के कारण 40 विद्युत पोल उखड़ गए हैं या पूरी तरह नष्ट हो गए हैं।
मंडी वृत्त में 450 ट्रांसफार्मर बहाल
अपूर्व देवगन ने बताया कि विद्युत बोर्ड की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में आपूर्ति बहाल करने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं। अब तक 450 ट्रांसफार्मर को बहाल किया जा चुका है और शेष को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए कार्य जारी है। हालांकि, लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण बहाली कार्य में बाधा आ रही है। उन्होंने जनता से अनुरोध किया है कि भारी बारिश से प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत लाइनों या क्षतिग्रस्त उपकरणों के पास न जाएं। सुरक्षा के लिए स्थानीय प्रशासन और विद्युत बोर्ड द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें। प्रभावित क्षेत्रों में शीघ्र विद्युत आपूर्ति बहाल करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी हैं।