हिम न्यूज़ शिमला। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के मिशन निदेशक प्रदीप कुमार ने आज यहां एनएचएम और हिमाचल प्रदेश राज्य नियन्त्रण समिति (एचपीएसएसीएस) के मध्य एचआईवी एवं सिफलिस के वर्टिकल ट्रांसमिशन (ईवीटीएचएस) उन्मूलन के उद्देश्य से आयोजित एक समन्वय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं में एचआईवी और सिफलिस की शीघ्र पहचान एवं प्रभावी प्रबन्धन सुनिश्चित करना था।
बैठक में सभी गर्भवती महिलाओं विशेषकर उन महिलाओं जो स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव करवाती हो, उनकी नियमित जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, घर पर प्रसव करवाने वाली महिलाओं के लिए जांच और परामर्श की रणनीति विकसित करने पर भी विस्तृत चर्चा की गई। इस पहल का उद्देश्य हर गर्भवती महिला की समय पर स्वास्थ्य जांच और आवश्यक देखभाल और उपचार उपलब्ध करवाना है और यह मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगी।
इस अवसर पर जागरूकता बढ़ाने के लिए सूचना, शिक्षा एवं संचार (आईईसी) गतिविधियों को और अधिक प्रभावी बनाने पर बल दिया गया।
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि यदि एनएचएम, एचपीएसएसीएस तथा अन्य संबंधित विभाग आपसी सहयोग और सक्रियता से कार्य करे तो राज्य में एचआईवी और सिफलिस के वर्टिकल्स ट्रांसमिशन को रोकने में सफलता हासिल की जा सकती है। हिमाचल प्रदेश एड्स नियन्त्रण समिति के परियोजना निदेशक राजीव कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में उपस्थिति थे।