हिम न्यूज़ हमीरपुर। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) द्वारा शुक्रवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के तकनीकी सहयोग से आयोजित नौंवीं प्रदेशव्यापी मैगा मॉक एक्सरसाइज के तहत जिला हमीरपुर में भी बचाव एवं राहत कार्यों का अभ्यास किया गया। मॉक एक्सरसाइज के लिए निर्धारित परिदृश्य के अनुसार शुक्रवार सुबह लगभग 9ः15 बजे जिला में रिक्टर पैमाने पर 8.0 की तीव्रता वाले भूकंप के परिदृश्य का अलर्ट जारी किया गया। भूकंप का सायरन बजते ही जिला में डीडीएमए के माध्यम से इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) सक्रिय हो गया और आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी अभिहित अधिकारी तुरंत जिला इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (डीईओसी) में पहुंच गए। यहीं पर जिला स्तरीय कमांड पोस्ट स्थापित की गई।
उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने आईआरएस में निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। मॉक एक्सरसाइज के लिए पहले से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विभिन्न घटनास्थलों पर सर्वप्रथम स्थानीय समुदाय के रिस्पांस पर नजर रखी गई और उसके बाद बचाव दलों को घटनास्थलों के लिए रवाना किया गया। एडीसी एवं मॉक एक्सरसाइज के जिला स्तरीय इंसीडेंट कमांडर अभिषेक गर्ग ने विभिन्न टीमों को रवाना करने के निर्देश दिए। जबकि, उपायुक्त एवं डीडीएमए के अध्यक्ष अमरजीत सिंह ने कंट्रोल रूम से इस पूरी मॉक एक्सरसाइज पर नजर रखी तथा सभी संबंधित अधिकारियों से पल-पल की रिपोर्ट ली। इस दौरान एसपी भगत सिंह ठाकुर भी उनके साथ मौजूद रहे। मॉक एक्सरसाइज के लिए विशेष रूप से नियुक्त एनडीआरएफ के आब्जर्वर ने भी हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी।
मॉक एक्सरसाइज के लिए निर्धारित किए गए परिदृश्य के अनुसार हमीरपुर के बस स्टैंड और डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल के भवनों के क्षतिग्रस्त होने तथा इनमें फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए गए। इसके लिए बहुतकनीकी कालेज बड़ू के मैदान में स्टेजिंग एरिया बनाया गया, जहां से एसडीएम संजीत सिंह ने बचाव एवं राहत कार्यों को संचालित किया।इसी प्रकार, सुजानपुर उपमंडल में एसडीएम विकास शुक्ला के नेतृत्व में मिनी सचिवालय सुजानपुर के भवन में फंसे लोगों को बाहर निकालने और गांव जोल पलाही में ब्यास का जलस्तर बढ़ने पर स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का अभ्यास किया गया।
नादौन उपमंडल में भी एसडीएम राकेश शर्मा के नेतृत्व में गांव कोहला में ब्यास के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और यशपाल साहित्य संस्कृति सदन नादौन में आग की घटना से बचाव के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बड़सर उपमंडल में डिग्री कालेज चकमोह के भवन में फंसे विद्यार्थियों और शिक्षकों को सुरक्षित निकालने तथा बाबा बालक नाथ मंदिर की पार्किंग में भूस्खलन के परिदृश्य के अनुसार एसडीएम राजेंद्र गौतम के नेतृत्व में बचाव एवं राहत कार्यों को अंजाम दिया गया।
भोरंज उपमंडल की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मुंडखर और बधानी में भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए गए। एसडीएम शशिपाल शर्मा ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन का संचालन किया। इस दौरान मुंडखर स्कूल में स्थानीय विधायक सुरेश कुमार ने भी मॉक एक्सरसाइज में भाग लिया। मॉक एक्सरसाइज के बाद डी-ब्रीफिंग सेशन में उपायुक्त और एडीसी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से एसडीएमए के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत की। मॉक एक्सरसाइज में दिए गए परिदृश्य के अनुसार लगभग 3739 लोगों को भूकंप से प्रभावित बताया गया। 2193 लोगों को घायल बताया गया, जिनमें से 1324 घायलों को अस्पताल में दाखिल करवाया गया। बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने के परिदृश्य के अनुसार भी मॉक एक्सरसाइज की गई।