हिम न्यूज़ धर्मशाला। केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश ने भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) उत्कृष्टता केंद्र, धर्मशाला के सहयोग से 9 मार्च 2025 को प्रातः 10 बजे एक भव्य पिंक मैराथन/फिटनेस रैली का आयोजन किया। यह आयोजन ऊर्जा, उत्साह और महिला सशक्तिकरण का एक शानदार उत्सव था। पिंक मैराथन/फिटनेस रैली को SAI स्टेडियम गेट से माननीय कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रेरणादायक शब्दों से संबोधित किया और विश्वविद्यालय की महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया।
इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनमें प्रो. (सेवानिवृत्त) कैलाश चंद्र शर्मा (पूर्व कुलपति, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय) तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), दिल्ली विश्वविद्यालय और कुमाऊं विश्वविद्यालय के विशिष्ट अतिथि शामिल थे। इसके अलावा, प्रो. सुमन शर्मा (खेल निदेशक एवं रजिस्ट्रार), प्रो. ए. के. महाजन (परीक्षा नियंत्रक) और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति ने इस अवसर को और भी गरिमामय बना दिया। SAI के प्रतिनिधियों, जिनमें श्री राकेश जस्सल (मुख्य कोच, टेबल टेनिस एवं केंद्र प्रभारी, SAI NCOE धर्मशाला), डॉ. विकास भट्ट (चिकित्सा अधिकारी), श्री पंकज (कबड्डी कोच), श्रीमती नरेश मनकोटिया (वार्डन) और श्रीमती अंजलि (वॉलीबॉल कोच) शामिल थे, ने इस आयोजन में सक्रिय रूप से सहयोग किया।
इस कार्यक्रम की संयोजक प्रो. सुर्या रश्मि रावत (अध्यक्ष, SPARSH एपेक्स समिति एवं महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र) रहीं, जबकि सह-संयोजक की भूमिका में डॉ. रुचि शर्मा थीं। छात्र समन्वयकों – श्री गगन, श्री विशाल, श्री रोहित मेहता और सुश्री कंचन ने इस मैराथन के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शारदा गर्ल्स हॉस्टल, केंद्रीय विश्वविद्यालय और SAI हॉस्टल, धर्मशाला की 100 छात्राओं का संकल्पबद्ध होकर दौड़ना, महिलाओं की शक्ति और संकल्प का एक प्रभावशाली प्रतीक था। वातावरण बेहद जोशपूर्ण था, जहाँ संकाय सदस्य और दर्शक प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन कर रहे थे। डॉ. अदिति शर्मा (CCI सदस्य, दुआला धार कैंपस), डॉ. प्रीति सिंह (SPARSH एपेक्स एवं UCC सदस्य) और डॉ. अर्चना (UCC सदस्य) ने छात्राओं को प्रेरित किया और उन्हें फिटनेस और आत्मविश्वास को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 की थीम “त्वरित कार्रवाई (Accelerate Action)” इस पूरे आयोजन में प्रतिध्वनित होती रही, जिससे लैंगिक समानता की दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता को बल मिला। विश्वविद्यालय ने महिलाओं को सशक्त बनाने की अपनी अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया और इस तरह की प्रभावशाली पहलों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि शक्ति और संकल्प का यह संदेश केवल दौड़ तक ही सीमित न रहे, बल्कि समाज में दूर तक गूंजे।