हिम न्यूज़ शिमला। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि कांग्रेस की आपसी खींचतान और लड़ाई से हिमाचल प्रदेश की जनता को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। अब तो नौबत ऐसी आ गई है कि कांग्रेस के मंचों के ऊपर बड़े बड़े नेताओं के अंदर खुले आम तू-तू मैं-मैं की स्थिति उत्पन्न हो गई है । हर्षवर्धन और राम कुमार के बीच आरोप प्रत्यारोप के क्रम ने सरकार की पोल खोल दी है और इस मामले पर मुख्यमंत्री चुपी साधे हुए है। इसी प्रकार प्रेम कौशल और संजय रतन के बयान भी खुल कर सामने आए है अर्थात प्रदेश सरकार की दाल में कुछ काला नहीं है, पूरी दाल ही काली है।
उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेस के नेता केवल अपनी छवी सुधारने के कार्यक्रम चला रहे हैं। बिन्दल ने कहा कि इस सरकार ने कोई सलाहकार नियुक्त किए होंगे जो छवी सुधार अभियान चला रहा हैं । उन्होंने कहा कि कॉंग्रेस ने जब सरकार बनानी थी, वोट लेने थे तब वे 22 लाख बिजली उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली फ्री दे रहे थे। अब दो साल के बाद सरकार के मंत्री ज्ञान बांट रहे हैं की सरकार के पास पैसा नहीं है सब्सीडी कहां से दे सकेंगे और अब मुख्यमंत्री जी को भी ज्ञान आ गया, 2022 के चुनाव में बंद कमरे में हिमाचल प्रदेश की जनता को ठगने की योजना इन्होंने बनाई और इन्होंने सत्ता हड़प ली।
बिन्दल ने कहा कि 300 यूनिट बिजली कहां गई यह प्रदेश की जनता जानना चाहती है। स्कूल के बच्चों को फ्री वर्दी मिलती थी, हजारों लाखों मरीजों का फ्री इलाज होता था वो कहां गया ? उन्होंने कहा कि भाजपा को गाली देना और भाजपा पर दोषारोपण करना कांग्रेस पार्टी का फैशन हो गया है। कांग्रेस की सरकार कहती है कि नौकरियां दे दीं पर सच्चाई तो यह है कि प्रदेश में लाखों नौकरियां छीन ली गई है, एक साल से आउटसोर्स कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है।
बिंदल ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले कांग्रेस राज में स्कूटर पर सेब ढोए जाते थे अब तो पानी भी ढोया जाता है। ठियोग पानी कांड में यह चीज स्पष्ट हुई है। साथ ही यह सरकार उद्योगपतियों पर मेहरबान है इसलिए गति शक्ति योजना के अंतर्गत 7 करोड़ रु की राशि एक उद्योगपति की दीवार निर्माण पर खर्च दी गई। यही नहीं प्रदेश में ट्रेज़री खाली एवं बंद है पर इस उद्योगपति के लिए 2.50 करोड़ की राशि अलग से वितरित कर दी गई।