2025-26 के लिए समेकित बागवानी विकास मिशन के तहत वार्षिक कार्य योजना के बजट

हिम न्यूज़,कुल्लू-समेकित बागवानी विकास मिशन जिला कुल्लू की वार्षिक कार्य योजना का  बजट उपायुक्त की अध्यक्षता  समेकित बागवानी विकास मिशन जिला कुल्लू की  वार्षिक कार्य योजना को लेकर जिला स्तरीय समिति की बैठक आज उपायुक्त तोरुल एस रवीश की अध्यक्षता में हुई बैठक में वर्ष 2025-26 के लिए समेकित बागवानी विकास मिशन के तहत वार्षिक कार्य योजना के बजट का पारित  किया गया। 

उपायुक्त  ने कहा कि बागवानी की नवीन तकनीकी जानकारी संबंधी सलाह बागवानों को समय-समय पर दें। अच्छे स्टाक रूट, पौधे बागवानों को उपलब्ध करवाने की हमेशा आवश्यकता रहती है। वे  बृहस्पति  को  वर्ष 2025-26 के लिए समेकित बागवानी विकास मिशन के तहत वार्षिक कार्य योजना तैयार करने को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रही थीं । उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग को नर्सरियों में अच्छी किस्म की पौध तैयार करके क्षेत्र विशेष की जलवायु के अनुरूप बागवानों को पौधे उपलब्ध करवाएं। योजना के तहत जिला में आगामी वित्त वर्ष के दौरान कुल 757.14 लाख की राशि विभिन्न बागवानी गतिविधियों पर खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला की आर्थिकी में बागवानी की बड़ी भूमिका है और अधिकांश ग्रामीण लोगों की आजीविका बागवानी से जुड़ी है, इसलिए जरूरी है कि इस क्षेत्र को, अधिक विकसित करने की दिशा में कार्य किया जाए।

उपनिदेशक उद्यान  ने बताया कि जिला में लघु नर्सरियां स्थापित करने पर 7.5 लाख खर्च किए जाएंगे।  उच्च गुणवत्ता युक्त   हाई डेंसिटी फलों पर   पर 12.20 लाख, पारम्परिक फलों कि बागवानी के लिए 7.28 लाख की राशि का प्रावधान किया गया है। पावर स्प्रेयर इत्यादि मशीनों  के लिए  75 लाख, हाईड्रालिक मशीनों व पावर ट्रिलर के लिए 2 करोड़ 22 लाख  की राशि का प्रावधान आगामी वित्त वर्ष के लिए किया गया है। पैक हाउस के लिए 322 लाख, कोल्ड रूम के लिए 7.50 लाख, एकत्रण, छंटाई व ग्रेडिंग इकाइयों के लिए 41 लाख की राशि का प्रावधान बजट में किया गयाहै।

उपायुक्त ने कहा कि यह धनराशि जिला कुल्लू  में बागवानी क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा किसानों व बागवानों को सामाजिक व आर्थिक स्थिति सुदृढ़ बनाने हेतु व्यय की जाएगी।  उन्होंने कहा कुल्लू  जिला के दूरदराज क्षेत्र  के बागवानों को इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ पहुंचे, इस दृष्टि से विभागीय अधिकारियों को कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि फसलों को उचित सिंचाई योजना उपलब्ध हो इस दृष्टि से भी विभाग को कार्य करने की आवश्यकता है। उपायुक्त ने जिले में बागवानी क्षेत्र को और अधिक बढ़ावा देने पर बल दिया ताकि बेरोजगार युवक कृषि व बागवानी को स्वरोजगार के रूप में अपना सके। बैठक में पीओडीआरडीए जयवंती,  उप निदेशक कृषि, डीएफओ मुख्यालय शशि किरण , सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।