कलाम ऑफ हिमाचल परीक्षा में 18500 विद्यार्थियों ने लिया भाग

हिम न्यूज़ शिमला। 14 नवंबर बाल दिवस के उपलक्ष्य पर विद्यापीठ कोचिंग संस्थान द्वारा कान्फ्लुएंस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कार्तिकेय शर्मा (एचएएस) ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। विद्यापीठ कोचिंग संस्थान द्वारा इस विशेष कार्यक्रम में कलाम ऑफ हिमाचल परीक्षा में उत्तीर्ण रहे होनहारों को नवाजा गया। इस परीक्षा में इस साल 18500 विद्यार्थियों ने भाग लिया। यह स्कॉलरशिप परीक्षा 7 वीं कक्षा से 12 वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की करवाई जाती है। वहीं इस परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रगवंश मेहता को 1 लाख का कैश प्राइज दिया गया और दूसरा स्थान प्राप्त करने पर नीलेश नेगी को 51000 की राशि से नवाजा गया तो वहीं तीसरा स्थान प्राप्त करने पर ईशाना और एडविक मोकटा को 15500 की राशि दी गई।

विद्यापीठ संस्थान द्वारा विद्यार्थियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए 50 लाख तक की स्कॉलरशिप देने की घोषणा भी की गई। हिमाचल के कक्षावार टॉप तीन बच्चों को भी कैश प्राइज से सम्मानित किया गया। विद्यापीठ होनहार विद्यार्थियों को समय समय पर सम्मानित करते रहते हैं। इस विशेष कार्यक्रम में पूरे वर्ष पढ़ाई में उत्कृष्ठ परिणाम देने वाले बच्चों को एकेडमिक एक्सीलेंस अवॉर्ड्स से भी नवाजा गया। स्टेट टॉपर्स को कक्षा में पहला स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 5100 और दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 3100 और साथ ही तीसरे स्थान पर 2100 की राशि दी गई। वहीं गरीब परिवार से संबंध रखने वाले विद्यार्थियों को भी विशेष छूट देकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां करवाई जाती हैं। कार्यक्रम के दौरान विद्यापीठ ने अपने विद्यार्थियों को भी पुरुस्कृत किया। साथ ही इस आयोजन में स्टूडेंट ऑफ द ईयर का खिताब पार्थ पंडित को दिया गया।

विद्यापीठ के डायरेक्टर्स डॉ. रमेश शर्मा और Er. रविंद्र अवस्थी ने विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि अब्बदुल कलाम हमारे पूर्व राष्ट्रपति के साथ साथ युवाओं और बच्चों के भविष्य के निर्माता हैं। उनके द्वारा दी गई शिक्षा को यदि विद्यार्थी अपने जीवन में अपनाता है तो उसका जीवन सफल होता है। वहीं डायरेक्टर्स ने सभी विजेता विद्यार्थियों को बधाई दी और उनका मनोबल बढ़ाया। साथ ही कार्तिकेय शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि सभी होनहारों को बधाई दी और सभी का मनोबल बढ़ाया। साथ ही कलाम ऑफ हिमाचल के नाम से स्कॉलरशिप टेस्ट करवाने पर एपीजे अब्दुल कलाम के योगदान के महत्व के बारे में भी बताया।