आईडीपीसीएफ को लेकर जिला कार्य योजना की बैठक की अध्यक्षता

हिम न्यूज़,कुल्लू – उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस रवीश ने आज गहन डायरिया एवं निमोनिया नियंत्रण पखवाड़ा (आईडीपीसीएफ) को लेकर जिला कार्य योजना की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत दूसरा राउंड 18 नवम्बर से 2 दिसम्बर तक चलाया जाएगा। इसमे जिले के 3390 गावों में शून्य से पाच वर्ष आयु वर्ग के कुल 30301 बच्चों को 25365 घरों में ओआरएस के पैकेट तथा जिंक की गोलियों का वितरण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दस्त से निर्जलीकरण के कारण होने वाली मौतों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए तीव्र तरीके से क्रियान्वित की जाने वाली गतिविधियों में मुख्य रूप से दस्त रोकथाम प्रबंधन के लिए जागरूकता पैदा करने वाली गतिविधियों को तेज करना, दस्त के मामलों के प्रबंधन के लिए सेवा प्रावधान को मजबूत करना, ओआरएस-जिंक कोनों की स्थापना, पांच साल से कम उम्र के बच्चों वाले घरों में आशा द्वारा ओआरएस की व्यवस्था करना और स्वच्छता और सफाई के लिए जागरूकता पैदा करने वाली गतिविधियां चलाई जाएंगी ।
उन्होंने कहा की आईडीपीसीएफ का लक्ष्य बाल दस्त के कारण होने वाली बाल मृत्यु को शून्य करना है इसमें, उन हस्तक्षेपों का प्रयोग किया जाता है जिनका बचपन में दस्त से होने वाली रुग्णता और मृत्यु दर को नियंत्रित करने में बड़ा प्रभाव पड़ता है। आईडीपीसीएफ की रणनीति में समुदाय में ओआरएस ओर जिंक की बेहतर उपलब्धता और उपयोग, निर्जलीकरण के मामलों के प्रबंधन के लिए सुविधा स्तर को सुदृढ़ बनाना, आईसी अभियान के माध्यम से दस्त की रोकथाम और नियंत्रण पर जानकारी और संचार को बढ़ाने पर बल दिया जाएगा। उन्होंने कहा इसके अंतर्गत समुदाय/ग्राम स्तर पर ओआरएस का वितरण एवं प्रदर्शन, दस्त के प्रबंधन के साथ-साथ स्वच्छता ओर सफाई पर एएनएम द्वारा आईपीसी गतिविधियाँ, स्कूलों में हाथ धोने का प्रदर्शन तथा स्वास्थ्य सुविधा स्तर पर, उपचार के लिए ओआरएस और जिंक कॉर्नर की स्थापना, दस्त के मामलों के मानक प्रबंधन को बढ़ावा देना, स्वास्थ्य सुविधाओं में पानी की टंकियों की सफाई इत्यादि पर बल दिया जाएगा।
 इस अवसर पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की नसबंदी अभियान संबंधित कार्य योजना की बैठक की भी अध्यक्षता की।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नागराज पंवार सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।