हिम न्यूज़ धर्मशाला। केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के पर्यटन, यात्रा एवं आतिथ्य प्रबंधन विभाग की ओर से एंटी रैगिंग सप्ताह के निमित “रैगिंग और इसके दुष्प्रभाव” विषय पर भाषण सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में स्कूल के अधिष्ठाता प्रो. सुमन शर्मा उपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि रैगिंग जैसी अमानवीय कृत्य के लिए केन्द्रीय विश्वविद्यालय में कोई स्थान नहीं है और विश्वविद्यालय स्वच्छ शैक्षणिक माहौल बनाने में सफल हुआ है जिसमें विद्यार्थियों का सहयोग सराहनीय है। आशु भाषण में प्रथम एवं तृतीय सत्र के विद्यार्थी उपस्थित रहे और उन्होंने रैगिंग जैसे संवेदनशील विषय पर त्वरित विचार सबके समक्ष प्रस्तुत किए। सत्र के दौरान विभागाध्यक्ष प्रो. आशीष नाग, प्रो. संदीप कुलश्रेष्ठ, सह आचार्य डॉ. देवाशीष साहू, सहायक आचार्य डॉ. हरीश कुमार, डॉ. अरुण भाटिया, डॉ. सुंदरारामनव और डॉ. अमरीक सिंह उपस्थित रहे।
वहीं समाज कार्य विभाग देहरा की ओर से रैगिंग के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें छात्र और छात्राओं को एंटी रैगिंग के विषय में जानकारी दी गई। जिसमें डॉ. शशि पूनम, प्रो. आशुतोष प्रधान, डॉ. शबाब अहमद, डॉ. श्वेता शर्मा, डॉ.जयकांत सिंह ने विभाग में सभी नए प्रवेश लिए विद्यार्थियों को रैगिंग और उनके साथ होने वाले दुर्व्यवहार के विषय में संपूर्ण जानकारी दी।
सभी विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में उत्साह पूर्वक भाग लिया तथा इस कार्यक्रम के माध्यम से रैगिंग के विषय में विभिन्न जानकारी भी प्राप्त की और रैगिंग न करने व ना सहने की शपथ भी ली। वहीं शाहपुर परिसर में पादप विज्ञान विभाग ने एंटी-रैगिंग सप्ताह के दौरान नारा लेखन और पोस्टर मेकिंग कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य था छात्रों के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर जोर देना। पादप विज्ञान विभाग के छात्रों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और रैगिंग के प्रति अपनी शून्य-सहिष्णुता नीति का परिचय दिया।