हिम न्यूज़ शिमला : भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष रश्मि धर सूद व प्रदेश प्रवक्ता विवेक शर्मा ने एक संयुक्त बयान में कहा। बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार दशहरा देवभूमि मेंकाली रात लेकर आया जिसने देवभूमि को शर्मसार किया है।
जिला सोलन के चायल क्षेत्र में एक अप्रवासी महिला अपने पती के साथ दशहरा मेला देखने के पश्चात गांव की ओर जा रही थी, वहीं जंगल में उसके पति को चार लोगों द्वारा महिला के वस्त्रों से बांधकर बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। अगले दिन यह मामला स्थानीय ग्रामीणों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस चौकी पहुंचा आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायालय के हवाले तो कर दिया लेकिन इस घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।
पर्यटक स्थलों से ऐसी घटना आना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है आंखें मूंदी सुखु की सरकार की नींद कब खुलेगी, प्रदेश अभी गुड़िया कांड भूला नहीं था इस शर्मसार घटना ने प्रदेश का सर झुका दिया है। आखिर ऐसी घटनाएं कांग्रेस के कार्यकाल में क्यों होती हैं यह अपने आप में एक बड़ा प्रश्न है मुख्यमंत्री को स्वयं जनता के बीच आकर इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए व नैतिकता के आधार पर जिला के मंत्री धनीराम शांडिल को तुरंत प्रभाव से त्यागपत्र दे देना चाहिए। दुर्भाग्यपूर्ण मंत्री महोदय नाटियों मैं मसरूफ रहते हैं और कानून व्यवस्था चरमरा रही है।
उन्होंने कहा कि गत एक सप्ताह में यह दूसरी घटना है इससे पूर्व बद्दी में भी ऐसा ही प्रकरण हो चुका है। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश सरकार से यह अपील करती है 26 जनवरी, 15 अगस्त, 2 अक्टूबर की भांति सभी त्यौहारों के दिन शराब की दुकानें बंद होनी चाहिए, ताकि नशे में डूबे अपराधियों से हमारे देश प्रदेश की बहन बेटियों के आबरू सुरक्षित रहे और यह विशेष अधिकार प्रदेश सरकार के अधिकार क्षेत्र में है।
मेले-संस्कृतियों में महिलाओं को सुरक्षित रखना प्रदेश सरकार की जिम्मेवारी है और सरकार इसमें फेल हो रही है। भाजपा ने कड़ा हमला बोलते हुए कहा 10 महीने में जिस प्रकार कानून व्यवस्था की हालत खराब हो रही है। इस पर तुरंत विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए अन्यथा राज्यपाल महोदय को तुरंत हस्तक्षेप करते हुए संज्ञान लेना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में आपराधिक घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा करती है। वह मुख्यमंत्री को आगाह करती है कि अगर तुरंत स्पष्टीकरण नहीं आता है। तो हम एक बड़े आंदोलन की और बढ़ेंगे।