हिम न्यूज़ धर्मशाला। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर 9 अगस्त (शुक्रवार) को जिला कांगड़ा में चार लाख के करीब बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दिन एल्बेंडाजोल की खुराक से छूटे बच्चों के लिए 16 अगस्त को मॉपअप राउंड के दौरान इसकी खुराक दी जाएगी। टीकाकरण और राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को लेकर आयोजित जिला टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने यह जानकारी दी। डीसी ऑफिस में हुई इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस व नियमित टीकाकरण के बारे में विस्तार से चर्चा हुई।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस वर्ष में दो बार मनाया जाता है। यह दिवस आंत में होने वाले कृमियों (जिन्हें आम बोलचाल में पेट में कीड़े बोलते हैं) से बचाव के लिए मनाया जाता है। आंत में कृमि से बचाव के लिए हर वर्ष सरकार द्वारा एक से 19 वर्ष की आयु के बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली दी जाती है। वहीं एक से पाँच वर्ष आयु के बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली के साथ विटामिन ए भी दी जाती है। जिले में इस वर्ष लगभग 4 लाख बच्चों को एल्बेंडाजोल तथा 90 हजार बच्चो को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी।
पूरी तरह मसल कर या चबाकर खिलाएं बच्चों को गोली
उपायुक्त ने कहा कि एल्बेंडाजोल की गोली देते समय बच्चों के अभिभावक, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य विभागों के कर्मचारी कुछ बातों पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित हो कि बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली पूरी तरह मसल कर दी जाए या इसे चबाकर खाया जाए। बच्चों के साथ प्यार से बर्ताव करके उन्हें दवाई दी जाए और किसी भी प्रकार की जोर-जबरदस्ती न की जाए। उन्होंने कहा कि एल्बेंडाजोल की गोली स्कूल या आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मचारी की देखरेख में ही दी जाएगी तथा कोई भी एल्बेंडाजोल की गोली घर ले जाकर बच्चों को नहीं देगा। उपयुक्त ने आम जनमानस से अनुरोध किया है कि वे अपने बच्चों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दिन स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में जरूर भेजें।
आपसी समन्वय से हो शत प्रतिशत टीकाकरण
बैठक में रूटीन इम्यूनाइजेशन, मीजल्स रूबेला उन्मूलन और एनीमिया मुक्त हिमाचल अभियान को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त ने सही समय पर बच्चों के टीकाकरणको लेकर सभी विभागों को बेहतर तालमेल से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और समग्र विकास के लिए उपयुक्त समय पर टीकाकरण बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा का टीकाकरण का रिकार्ड अच्छा रहा है। उन्होंने कहा कि इसको जारी रखते हुए सभी संबंधित विभाग इस वर्ष शत प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी जानकारी
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों को भूख कम लगना, कमजोरी, शौच में रक्त का आना, पेट में दर्द एवं उल्टी का होना, आदि कृमि रोग के लक्षण होते हैं। आंत में कृमि के कारण बच्चों में एनीमिया, कुपोषण एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। ऐसे लक्षण दिखने पर नजदीक के स्वास्थ्य संस्थान में संपर्क करना चाहिए। उन्होंने बताया कि एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने से बच्चों को कृमि रोग से मुक्ति मिलेगी। साथ ही बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने बताया कि आंत में कृमि के बचाव के लिए स्वच्छ जल और भोजन का सेवन, खाना खाने से पहले हाथ धोना, खुले में शौच न करना, शौच के बाद हाथ धोना एवं एल्बेंडाजोल की गोली का सेवन करना है। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ वंदना ने कोविड वैक्सीनेशन, रूटीन इम्यूनाइजेशन और मीजल्स रूबेला उन्मूलन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
यह रहे उपस्थित
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी, एसडीएम धर्मशाला प्रदीप कुमार, आयुष विभाग से डॉ. बबिता गौतम सहित महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। इसके अलावा जिले के सभी एसडीएम और स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक से जुड़े रहे।