एसएफआई संजौली इकाई का 37 वा सम्मेलन हुआ  

हिम न्यूज़,शिमला­-एसएफआई जिला शिमला अध्यक्ष  कमल शर्मा और एसएफआई टाउन कमेटी शिमला अध्यक्ष नीतीश भी मौजूद रहे।अनिल ठाकुर ने सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए तमाम छात्र समुदाय को समाज और देश में विभिन्न प्रकार की समस्याओं से अवगत करवाया और बताया की आज किस तरह पूंजीवादी  ताकतें समाज पर हावी हो रहे है ।

किस प्रकार लगातार  सार्वजनिक शिक्षा को  खत्म किया जा रहा है और शिक्षा के निजीकरण किया जा रहा है। और  देश की सार्वजनिक संपत्ति को बेचने का काम केंद्र की बीजेपी सरकार कर रही है।इसके बाद  वर्ष भर की गतिविधियों का ब्योरा रखा गया और ऑब्जर्वेशन स्पीच टाउन कमेटी के अध्यक्ष नीतीश ने रखी जिसमे वार्षिक रिपोर्ट का अवलोकन किया और संगठन की वर्ष भर की उपलब्धियों और कमियों का अवलोकन किया  और छात्र संगठन और छात्र राजनीति के महत्त्व और इतिहास से अवगत करवाया।

नीतीश राजटा ने बताया की आने वाले समय में छात्र संघ चुनाव, पीटीए और छात्रावास जैसे मुद्दे को लेकर संघर्ष को और तेज करने की आवशमिड-डे मील वर्करों को वेतन न मिलने पर दिया गया शिक्षा निदेशक को यूनियन की ओर से प्रार्थना पत्र।28सितंबर2023को सीआईडी द्वारा 12बजकर 16मिनट पर जब हमें फोन आया तो पूछा गया कि वेतन न मिलने पर अगला यूनियन की ओर से क्या कदम रहेगा।

साथियों हमने यूनियन की ओर से कहा कि यदि 1अक्टूबर तक वेतन नहीं मिला तो मजबूरन यूनियन को शिक्षा निदेशक की घेराबंदी करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।उसी दिन न शाम के समय हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से बजट दिए जाने का ब्यान आ जाता है, लेकिन आज6दइन बीत जाने पर भी वर्करों को वेतन नहीं मिला है,आज सुबह 8बजकर58मिनट पर सीआईडी का फोन आया।आज भी यूनियन की ओर से यही कहा गया कि यदि इस हफ्ते वेतन नहीं दिया गया तो कई जाएगी शिक्षा विभाग की घेराबंदी।आज 3अक्टूबर 2023को यूनियन राज्य स्तर पर वेतन न मिलने के संदर्भ में एक पत्र विभाग में दिया गया। यदि 2-3दिन के अंदर वेतन भुगतान नहीं किया गया तो मजबूरन हमें शिक्षा विभाग की घेराबंदी करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इसमें वर्करों का कोई दोष नहीं होगा। सरकार व विभाग स्वयं होंगे इसके जिम्मेदार।