भारी बारिश से ऊना जिले में 12 की मौत, 3 लापता

हिम न्यूज़ ऊना। उपायुक्त जतिन लाल ने आज जिले के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की समीक्षा की। उपायुक्त ने सरकारी मशीनरी को निर्देश दिए कि राहत और बचाव कार्य तेजी से और प्रभावी रूप से जारी रखें ताकि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा सके। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार जिला प्रशासन की तत्परता और प्रतिबद्धता को दोहराते हुए प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

रविवार को हुई भारी बारिश से ऊना जिले में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ की चपेट में आने से अलग अलग दुर्घटनाओं में 12 लोगों की मृत्यु और 3 लोगों के लापता होने की सूचना है। इसके अलावा, अनेक सरकारी परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं, वहीं औद्योगिक इकाइयों और रिहायशी इलाकों में भी जलभराव से क्षति पहुंची है।  उपायुक्त ने प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति की निगरानी और राहत कार्यों की समीक्षा के दौरान प्रभावित लोगों से संवाद किया और उन्हें हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि किसी भी आपात स्थिति में जिला आपदा संचालन केंद्र के टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क करें।

तत्परता से किया जा रहा प्रभावित परियोजनाओं की बहाली का कार्य

उन्होंने बताया कि जिले में 335 बिजली के ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं, और 11 सड़कें बंद हो गई हैं, जिनमें से कुछ को आज शाम तक खोल दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, बाढ़ के कारण जल आपूर्ति और सिंचाई योजनाओं को भी क्षति पहुंची है। हरोली उपमंडल में 22 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें से 21 को अन्य योजनाओं के माध्यम से बहाल किया जाएगा, जबकि एक योजना बाथरी को कल तक बहाल कर लिया जाएगा। ऊना और थानाकलां उपमंडलों में भी कई जल आपूर्ति और सिंचाई योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिन्हें कल तक बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।

बाथू-बाथरी औद्योगिक क्षेत्र में खड्ड के पानी के प्रवेश से औद्योगिक इकाइयों को नुकसान हुआ है, और एक पेट्रोल पंप भी बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुआ है। जिला प्रशासन ने राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए राज्य आपदा रिस्पॉन्स बल की एक टीम को कांगड़ा जिले से ऊना बुलाया गया है, जो हरोली उपमंडल में तैनात की गई है।

रविवार को हुई भारी बारिश के कारण ऊना जिले में व्यापक क्षति हुई है। बाथू-बाथरी में 3 प्रवासी बच्चियों (बिहार) की बाढ़ की चपेट आने से मृत्यु हो गई। शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल ऊना भेजा गया है। प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों को फौरी राहत के तौर पर 10-10 हज़ार रुपये की सहायता मुहैया करायी गई है। वहीं बाढ़ की चपेट में आए एक व्यक्ति की तलाश जारी है।

इसके अलावा, जैजों गांव (हिमाचल-पंजाब सीमा) के पास एक वाहन पानी के तेज बहाव में बह गया, इसमें सवार 12 लोगों में से 1 को बचा लिया गया है, 9 लोगों के शव बरामद किए हैं और 2 की तलाश जारी है। ये सभी लोग देहलां और भटोली गांव के निवासी थे और शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। प्रशासन द्वारा मृतकों के परिजनों को सहायता प्रदान की गई है।