आपसी समन्वय और संवेदना के साथ प्रशासन जनता के साथ, करसोग से सराज तक राहत और सेवा की मिसाल

हिम न्यूज़, करसोग, ।मंडी जिले के करसोग और थुनाग सराज क्षेत्र में हाल ही में मौसम जनित चुनौतियों के चलते परिवहन और संसाधनों की उपलब्धता पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। ऐसी परिस्थितियों में प्रशासन ने तत्परता और मानवीय संवेदना के साथ राहत कार्यों को प्राथमिकता दी है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जिला प्रशासन को प्रभावित क्षेत्रों में आपसी तालमेल से समन्वित कार्य करते हुए राहत कार्यों को प्रभावशाली ढंग से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। 

इसके दृष्टिगत उपायुक्त अपूर्व देवगन के मार्गदर्शन में करसोग उपमंडल प्रशासन ने न केवल अपने क्षेत्र में, बल्कि समीपवर्ती सराज विधानसभा क्षेत्र के शंकर देहरा गांव में भी आवश्यक सहायता पहुंचाकर उदाहरण प्रस्तुत किया है।

 

एसडीएम करसोग गौरव महाजन की अगुवाई में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों और आपदा राहत प्रशासनिक दल ने जेसीबी मशीनों की मदद से प्राकृतिक आपदा आने से अनेक स्थानों पर अवरूद्ध हुए करसोग शंकर देहरा सड़क मार्ग को सुचारू करवाया और सेवा भाव के साथ गांव तक पहुंचकर राहत सामग्री वितरित की।

 

प्रशासन ने क्षेत्र के करीब डेढ़ दर्जन परिवारों को राहत सामग्री राशन किट आदि बांटी।

एसडीडीएमए के अध्यक्ष एवं एसडीएम करसोग गौरव महाजन ने सभी से व्यक्तिगत रूप से संवाद कर उनकी आवश्यकताओं को जाना।

 

यह प्रयास प्रशासन की दूरदर्शिता, तत्परता और सेवा भावना का प्रतीक है। करसोग से सराज तक पहुंचाया गया यह सहयोग न केवल सामग्री के रूप में, बल्कि विश्वास और भरोसे की डोर के रूप में भी कार्य कर रहा है।

 

प्रशासन की यह सक्रियता और संवेदनशीलता यह दर्शाती है कि चुनौतियों के समय में भी सरकार और प्रशासन हर नागरिक के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। यह सामूहिक प्रयास जनकल्याण की दिशा में एक सशक्त उदाहरण बनकर सामने आया है।

 

गौरतलब है कि करसोग उपमंडल के साथ साथ सराज विधान सभा क्षेत्र का थुनाग उपमंडल क्षेत्र भी बादल फटने की घटना और भारी बारिश के कारण आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हैं और चारों ओर से संपर्क सड़क मार्ग से कटा हुआ हैं। प्राकृतिक आपदा से सराज के शंकर देहरा गांव के लोग भी प्रभावित हैं और प्रभावितों तक राहत सामग्री पहुंचाना आवश्यक था जिसके कारण करसोग उपमंडल प्रशासन ने करसोग से सड़क मार्ग को बहाल करने की पहल करते हुए गांव के प्रभावित लोगों तक पहुंच सुनिश्चित कर राहत सामग्री वितरित की हैं।