हिम न्यूज़, शिमला: राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आम व्यापारियों, उद्यमियों, उद्योगपतियों और अन्य हितधारकों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए आज एक प्रदेशव्यापी जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया।
विभाग के सभी 13 राजस्व जिलों के कुल 38 मुख्य स्थानों पर आयोजित इन जागरुकता कार्यक्रमों में करीब 4400 व्यापारियों, उद्योगपतियों, युवा उद्यमियों और अन्य हितधारकों ने भाग लेकर एक रिकॉर्ड कायम किया। राज्य कर एवं आबकारी विभाग के इस प्रदेशव्यापी जागरुकता कार्यक्रम में रिकॉर्ड संख्या में भागीदारी को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया।
आज यहां प्रदेश सचिवालय के समिति कक्ष में आयोजित इस जागरुकता कार्यक्रम के समापन अवसर पर राज्य कर एवं आबकारी विभाग के प्रधान सचिव सुभासीष पन्डा को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के मुख्य निर्णायक भानु प्रताप सिंह ने विधिवत रूप से इस रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र सौंपा।
इस अवसर पर विभाग के सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए सुभासीष पन्डा ने कहा कि आम व्यापारियों और नए उद्यमियों को जीएसटी के विभिन्न प्रावधानों और विशेषकर इसमें समय-समय पर होने वाले बदलावों के संबंध में अवगत करवाना अत्यंत आवश्यक है। इस दिशा में विभाग विशेष प्रयास कर रहा है और सभी हितधारकों के मार्गदर्शन के लिए नियमित रूप से जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
प्रधान सचिव ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित प्रदेशव्यापी जागरुकता कार्यक्रमों में आम व्यापारियों, उद्यमियों, उद्योगपतियों और अन्य हितधारकों ने काफी उत्साह दिखाया तथा एक साथ इतनी बड़ी संख्या में भाग लेकर एक रिकॉर्ड कायम किया है। इसके लिए विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ सभी हितधारक भी बधाई के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के सम्बन्ध में प्रतिभागियांे से फीडबैक भी लिया गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में विभाग प्रदेश भर के विभिन्न व्यापार मंडलों तथा अन्य हितधारकों के संगठनों के साथ समन्वय स्थापित करके जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करेगा।
इस अवसर पर राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त युनुस ने प्रदेशव्यापी जागरुकता कार्यक्रम के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विभाग के अधिकारियों तथा जागरूकता कार्यक्रम के सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त सुनील शर्मा, सहायक आयुक्त राकेश शर्मा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।