राज्य कर एवं आबकारी विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि विभाग ने अप्रैल, 2022 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अन्तर्गत 497 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह किया है,
जो एक माह में अब तक का सर्वाधिक है जीएसटी संग्रह 426 करोड़ रुपये से बढ़कर 497 करोड़ रुपये हो गया है, और इसमें 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में विभाग ने कुल 4390 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रहण किया जो निर्धारित लक्ष्य से लगभग 248 करोड़ रुपये अधिक है।
प्रवक्ता ने कहा कि विभाग ने जीएसटी संग्रह में सुधार के लिए क्षमता और राजस्व वृद्धि के लिए एक परियोजना की परिकल्पना की है। इस परियोजना का उद्देश्य मुख्य रूप से विभाग के आईसीटी (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) के बुनियादी ढांचे में सुधार करना है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा कर अधिकारियों के सतत क्षमता निर्माण के लिए जीएसटी प्रशिक्षण प्रकोष्ठ स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है। विभागीय पुनर्गठन के कार्यान्वयन को राज्य मंत्रिमंडल द्वारा सैद्धांतिक रूप से स्वीकृति प्रदान कर दी गई है और अच्छी तरह से प्रशिक्षित कर अधिकारियों के सहयोग से आने वाले वित्तीय वर्ष में जीएसटी राजस्व संग्रह में और वृद्धि की उम्मीद है।
प्रवक्ता ने बताया कि विभाग रिटर्न फाइलिंग में सुधार और तेजी से जांच, जीएसटी ऑडिट समय पर पूरा करना और विभाग के निरंतर सुदृढ़ीकरण पर मुख्य रूप से ध्यान दे रहा है। विभाग ने गत वर्ष रोड चैकिंग अभियान के अन्तर्गत लगभग 2.5 लाख ईवे बिल सत्यापन के विपरीत इसमें और वृद्धि करने का लक्ष्य रखा है।
विभाग टैक्स हाट कार्यक्रम के तहत हितधारकों के मुद्दों के समयबद्ध निवारण के साथ स्वैच्छिक अनुपालन में सुधार के लिए भी प्रतिबद्ध है